भोपाल। BJP New District Presidents List Update : नए साल के पहले आज से राजधानी दिल्ली में संगठन पर्व को लेकर बीजेपी की बड़ी बैठकें होने जा रही हैं। इस बैठक में पार्टी के दिग्गज नेता शामिल होंगे। दिल्ली बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद, प्रदेश चुनाव प्रभारी समेत प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय पर्यवेक्षक भी शामिल होंगे। बता दें कि 29 और 30 दिसंबर दो दिन ये बैठकें होंगी।
बता दें कि बैठक में मप्र में जिलाध्यक्षों को रिपीट करने या नहीं करने की गाइडलाइन तय हो सकती है। प्रदेश भाजपा सूत्रों के मुताबिक संगठन में बड़े तबके की मांग है कि 5 साल तक जिलाध्यक्ष रह चुके व्यक्ति को दोबारा रिपीट नहीं किया जाए। बता दें कि 5 जनवरी के बाद कभी भी राष्ट्रीय नेतृव्य सूची जारी कर सकता है। जिला अध्यक्ष को लेकर रायशुमारी का काम भी पूरा हो चुका है।
वहीं कुछ जिलाध्यक्षों का तर्क है कि उनके नेतृत्व में पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बड़ी सफलता मिली है, उनका कार्यकाल निर्विवाद और उपलब्धियों भरा रहा है तो उन्हें दोबारा मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए? मप्र के नेताओं का कहना है इस मसले पर फिलहाल कोई स्पष्ट नीति नहीं हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर की बैठक में चर्चा के बाद स्पष्टता आ जाएगी।
बताया जाता है 1 जनवरी से 3 जनवरी के बीच 3 नामों का अंतिम पैनल तैयार किया जाएगा। इसके बाद अंतिम नामों की सूची फाइनल कर केंद्रीय संगठन को भेज दी जाएगी। केंद्रीय संगठन 5 जनवरी के बाद इसे कभी भी जारी कर देगा। शनिवार तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में जिलाध्यक्ष के लिए रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी हो गई है। शनिवार कई जिलों में रायशुमारी की गई, इसलिए दिनभर प्रदेश कार्यालय से लेकर भाजपा के जिला कार्यालयों में गहमागहमी बनी रही। जिन जिलों में बची हुई है, वह अगले दो दिन में पूरी हो जाएगी।
बीजेपी की नई जिला अध्यक्षों की सूची 5 जनवरी के बाद कभी भी जारी हो सकती है, हालांकि इस पर राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
हां, बीजेपी की बैठक में यह तय हो सकता है कि 5 साल तक जिलाध्यक्ष रहे व्यक्ति को दोबारा रिपीट नहीं किया जाएगा। यह गाइडलाइन संगठन में बड़े तबके की मांग पर आधारित हो सकती है।
बीजेपी संगठन में यह राय है कि 5 साल तक एक ही जिलाध्यक्ष को रखने से नए नेतृत्व को मौका नहीं मिल पाता, और पार्टी में ताजगी की कमी हो सकती है। इसी कारण से जिलाध्यक्षों के कार्यकाल को लेकर समीक्षा की जा रही है।
कुछ जिलाध्यक्षों का तर्क है कि उनके नेतृत्व में पार्टी ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बड़ी सफलता हासिल की है, और उनके कार्यकाल में कोई विवाद नहीं था। ऐसे जिलाध्यक्षों को दोबारा मौका मिल सकता है, लेकिन इसका निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर लिया जाएगा।
दिल्ली बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद, प्रदेश चुनाव प्रभारी, प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय पर्यवेक्षक शामिल होंगे।