Emergency Film Controversy: भोपाल। विवाद और कंगना रनौत, कभी-कभी ऐसा लगता है कि ये एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उनकी नई फिल्म इमरजेंसी पर जारी विवाद अब सियासत में भी घुसपैठ कर रहा है। बीजेपी के एक पूर्व विधायक ने अपनी ही पार्टी सांसद को घेरने की कोशिश की है। बीजेपी के लिए ये स्थिति कितनी सहज है? और वो इस पर कैसे रिएक्ट करना चाहेगी? ये भी एक भी सवाल है। दूसरी ओर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सवाल भी उठ है।
यूं तो कंगना रनौत और विवादों का चोली-दामन का साथ रहा है। लेकिन, किसान आंदोलन और अब इमरजेंसी फिल्म को लेकर एक पूरा समुदाय उनके खिलाफ खड़ा नजर आ रहा है। किसान आंदोलन पर दिए बयान को लेकर खुद भाजपा ने कंगना के बयान से किनारा करके उन्हें हिदायत दे दी थी। लेकिन, इमरजेंसी फिल्म को लेकर कंगना का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरोप है कि एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी में सिक्ख समाज के लोगों का अपमानजनक चित्रण किया गया है। इसके खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
सिक्ख समाज की बड़ी संस्थाओं ने इस मामले को कोर्ट में उठाया है तो दूसरी तरफ अब बीजेपी के अंदर ही उनका विरोध शुरू हो चुका है। जबलपुर में भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू ने तो कंगना रनौत के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया है। उनका कहना है कि कंगना का इतिहास ही यही है कि वो अफवाहें फैलाकर हीरो बनती हैं और असल में वो देश का बंटवारा करना चाहती हैं।
इधर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि कंगना जहां रहेंगी विवाद उनके साथ चलेंगे क्योंकि खुद कंगना को विवाद पसंद है। यूं तो कंगना फिल्म इंडस्ट्री में रहते भी अपने बयानों से सुर्खियों में रहती थीं। लेकिन, अब सियासत की दुुनिया में उनके बयान उनकी ही पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं ये बात साफ हो गई है। इधर अब जबकि पूरा एक समुदाय और उनकी ही पार्टी के नेता कंगना की मुखालफत कर रहे हैं तो विवाद पसंद कंगना के तेवर आने वाले वक्त में क्या होंगे ये भी देखना दिलचस्प होगा।