'Where Congress..there Love Jihad'..New riot started in MP!

‘जहां कांग्रेस..वहां लव जिहाद’..MP में शुरू हुआ नया फसाद! लव जिहाद के मुद्दे का चुनाव पर कितना असर होगा ?

'जहां कांग्रेस..वहां लव जिहाद'..MP में शुरू हुआ नया फसाद! 'Where Congress..there Love Jihad'..New riot started in MP! How much will

Edited By :   Modified Date:  July 18, 2023 / 11:52 PM IST, Published Date : July 18, 2023/11:52 pm IST

भोपाल । मध्यप्रदेश में लव जिहाद फिर सुर्खियों में है। लव जिहाद के मसले पर बीजेपी कांग्रेस के बीच बहस भी शुरू हो गयी है। बीजेपी ने चुनावी साल में ट्वीट के जरिए कांग्रेस पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने ट्वीट कर ये दावा किया है कि लव जिहादियों को कांग्रेस की सरकारें संरक्षण दे रही हैं। तो कांग्रेस ये नसीहत दे रही है कि दूसरी सरकारों को देखने के बजाए बीजेपी मध्यप्रदेश में भी लव जिहाद के मामलों पर एक बार नज़र डाल ले। तो चुनावी साल में लव जिहाद पर एक बार फिर से MP में सियासत गरमाती दिख रही है। मध्य प्रदेश की चुनावी सियासत में लव जिहाद का मुद्दा फिर गरमाया हुआ है। बीजेपी ने कांग्रेस शासित तीन राज्यों के लव जिहाद के मामलों का हवाला देते हुए कहा है कि कांग्रेस ऐसे लोगों को संरक्षण दे रही है। इधर, कांग्रेस दावा कर रही है कि बीजेपी चुनावों के 4 महीने पहले वोटरों के ध्रुवीकरण की कोशिश में अपने विशेष एजेंडे को हवा दे रही है। बीजेपी कांग्रेस के दावों की बीच ये भी बता दें कि मध्यप्रदेश में साल 2022 के दौरान लव जिहाद के 230 मामले रजिस्टर हुए। अवैध धर्मांतरण करने और कराने के 83 मामले सामने आए। औसतन लव जिहाद के 20 मामले हर महीने मध्यप्रदेश में दर्ज हुए।

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कांग्रेस का दावा है कि मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा लव जिहाद के मामले आ रहे हैं, बावजूद इसके बीजेपी को मध्यप्रदेश के बजाए राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश दिख रहे हैं। जाहिर है कांग्रेस के दावे कम से कम बीजेपी को तो हजम नहीं होंगे। बीजेपी कह रही है कि शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश में लव जिहाद को रोकने के लिए विशेष कानून बनाया है। 2020 में ही शिवराज सरकार ने धार्मिक स्वतंत्रता कानून लागू कर धर्मांतरण को रोकने की कोशिश की है। जबकि कर्नाटक में लव जिहाद के कानून को रद्द कर कांग्रेस ने अपनी नीयत दिखा दी है।

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दरअसल एमपी में लव जिहाद के खिलाफ बना कानून तो मजबूत है। लेकिन कार्रवाई के मामले कमजोर। लव जिहाद के 230 मामलों में अब तक महज़ 27 मामलों में ही दोषियों को सजा हो सकी है। जाहिर है प्रदेश में 4 महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही धर्म की भट्टी में सियासी रोटी सेंक रहे हैं। मध्यप्रदेश में लव जिहाद फिर सुर्खियों मे है। लव जिहद के मसले पर बीजेपी कांग्रेस के बीच बहस भी शुरु हो गयी है। बीजेपी ने ट्वीट कर ये दावा किया है कि लव जिहादियों को कांग्रेस की सरकारें संरक्षण दे रही हैं। तो कांग्रेस ये नसीहत दे रही है कि दूसरी सरकारों को देखने के बजाए बीजेपी मध्यप्रदेश में भी लव जिहाद के मामलों पर एक बार नज़र डाल ले।