Pradhuman Singh Tomar Political Career: भोपाल। मध्य प्रदेश में सीएम बनने के करीब 15 दिन बाद आज मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। इसमें 18 कैबिनेट, 4 राज्यमंत्री और 6 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार आज मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे है। आज एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव की कैबिनेट का पहला विस्तार होगा। आज दोपहर 3 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है। यहां राज्यपाल मंगू भाई पटेल पद और गोपनियता की शपथ दिलाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी,अमित शाह और जेपी नड्डा के नेतृत्व में नए मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है।
Pradhuman Singh Tomar Political Career: शपथ ग्रहण समारोह से पहले नेताओं को फोन आ गए है उन्हें राजधानी भोपाल आने के लिए कहा गया है। इसमें से कई जिन नेता के नाम पर मुहर लगी है उनका भोपाल आने का सिलसिला भी जारी है। इसी कड़ी में अगर बात करे तो ग्वालियर सीट से बीजेपी विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर भी आज मोहन मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहें है। बता दें तोमर को भी सिंधिया का करीबी माना जाता है।
Pradhuman Singh Tomar Political Career: वह वर्तमान में शिवराज सिंह चौहान के 2020 मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हैं। वह दिसंबर 2018 से मार्च 2020 तक ग्वालियर में मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य थे। और उन्होंने 2008 में ग्वालियर से विधान सभा के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। श्री तोमर सिंधिया सर्किल से आते हैं और उन्हें सिंधिया समर्थक के रूप में जाना जाता है।
Pradhuman Singh Tomar Political Career: प्रधुम्न सिंह तोमर ने 1984 में छात्र राजनीति शुरू की थी। 1984 में माधवराव सिंधिया ने ग्वालियर लोकसभा से चुनाव लड़ा, तो प्रधुम्न ने युवा छात्र नेता के तौर पर प्रचार की कमान संभाली थी। इसके बाद 1990 से 2000 के बीच प्रधुम्न सिंह तोमर मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस के सचिव और उपाध्यक्ष रहे। साल 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के जयभान सिंह पवैया को 2090 वोट से हराया था। इसके बाद 2013 में वो बीजेपी के जयभान सिंह पवैया से 15561 वोट से हार गए थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने एक बार फिर बीजेपी के जयभान सिंह पवैया को 21044 वोटों से हराकर सीट हासिल की थी। वहीं, मार्च 2020 में कांग्रेस का दामन छोड़कर वो बीजेपी में शामिल हो गए।
Pradhuman Singh Tomar Political Career: प्रद्युम्न तोमर कमलनाथ सरकार में मंत्री बनने के बाद भी अपने क्षेत्र की जनता से लगातार जुड़े रहे। स्थानीय समस्याओं का निराकरण करने के लिए वो खुद जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को हल करते रहे। यहीं नहीं, किसी भी जिम्मेदार द्वारा अपना काम पूरा न करने पर वो खुद उस काम को पूरा करने का बीड़ा उठाते रहे। यहां तक कि, उन्होंने खुद गंदे नालों में उतरकर, टॉयलेट में जाकर या सड़कों पर झाड़ू लगाकर सफाई तक कर दी। सरल सहज स्वभाव रखने वाले प्रद्युम्न सिंह हमेशा विवादों से दूर रहना और जनता में उपलब्धता, जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ शालीन बर्ताव रखना ही अपना परम धर्म समझते हैं।
Pradyuman Singh Tomar Political Career: प्रद्युम्न सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक कहे जाते हैं। वो कई बार खुद को सिंधिया परिवार का सेवक भी बता चुके हैं। माधवराव और ज्योतिरादित्य की सार्वजनिक चरण वंदना तक करते देखे गए हैं। 1984 में माधवराव से जुड़े तब से लेकर अब तक ज्योतिरादित्य के साथ वफादारी से साथ हैं।