भोपाल: MP Drugs Factory Operate with Political Support? मध्य प्रदेश में लगातार एक के बाद एक नए ड्रग्स के ठिकानों के खुलासे हो रहे हैं। ड्रग्स के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। हर रोज एक के बाद एक भंडाफोड़ हो रहे हैं। पहले 6 अक्टूबर को भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा हुआ और 1814 करोड़ की MD ड्रग्स बरामद की गई। इसके बाद झाबुआ में 168 करोड़ की मेफेड्रोन ड्रग्स बरामद की गई। अब रायसेन और भोपाल के बीच मंडीदीप में 600 दवा फैक्ट्रियों में पुलिस और प्रशासन की टीम ने छापा मारा है।
MP Drugs Factory Operate with Political Support? लगातार सामने आ रहे ड्रग्स के ठिकानों पर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश को उड़ता पंजाब बना दिया उड़ता पंजाब से भी आगे मध्य प्रदेश निकल चुका है। वहीं बीजेपी का कहना है मध्य प्रदेश में मोहन यादव की सरकार है। प्रदेश में किसी भी नशे के कारोबार को पनपने नहीं दिया जाएगा। इसलिए जगह ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है।
तीन बड़े मामले सामने आने के बाद अब सवाल उठता है कि मध्य प्रदेश में ड्रग्स की कितनी फैक्ट्रियां? क्या MP से कंट्रोल हो रहा ड्रग्स का नेटवर्क? ड्रग्स फैक्ट्रियों की भनक अब तक क्यों नहीं लगी? क्या परमिशन के बाद फैक्ट्रियों की जांच नहीं होती? क्या सिस्टम की लापरवाही से फैला ड्रग्स का कारोबार? क्या ड्रग्स फैक्ट्रियों को मिला राजनीतिक संरक्षण? ड्रग्स का नेक्सस कैसे तोड़ेगा पुलिस प्रशासन? MP में ड्रग्स की कितनी फैक्ट्री?