भोपाल: नशा मुक्ति के लिए सरकारें देशभर में अभियान छेड़े हुए हैं। केंद्र के साथ राज्य और जिला स्तर पर विभिन्न माध्यमों से आम लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। जाहिर हैं ऐसे में जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी समाज के प्रति और भी बढ़ जाती हैं। उम्मीद की जाती हैं कि वे समाज को समझाईस देकर उन्हें मद्यपान से दूर रहने की अपील करेंगे।
बहरहाल आज हम बात कर रहे हैं राज्य के एक मंत्री के ऐसे ही अपील की जो नशामुक्ति से जुड़ा हुआ हैं। लेकिन उनके इस अपील से समाज के नशेड़ियों पर शायद ही किसी तरह का प्रभाव देखने को मिलें।
दरअसल मध्यप्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने नशामुक्ति के लिए एक ऐसी सलाह दे दी जो किसी के गले नहीं उतर रही हैं। नारायण सिंह कुशवाह ने एक नशा मुक्ति कार्यक्रम में कहा की, नशा छुड़वाने में सबसे बड़ा योगदान है घर की माताओं बहनों का है। माता बहनें चाहे कि मेरा पति दारू न पिए ऐसे में आप उन्हें बताए कि आप बाजार में न पिए, आप तो घर ले आए। उनसे कहे कि खाना खाओ, मेरे सामने पियों।
मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने दावा किया कि, सामने पियेंगे तो उनकी लिमिट कम होती जायेगी। धीरे-धीरे वह शराब बंद करने की कगार पर आ जाएगा। उसे शर्म आयेगी कि मैं मेरी पत्नी और बच्चों के सामने शराब पी रहा हूं। उसे बताएं की तुम्हारे बच्चे आगे शराब पियेंगे और ऐसे में शराब पीने वालों की क्या हालत होगी। उसकी शराब बंद हो जाएगी, यह बिल्कुल प्रेक्टिकल है। वह शराब छोड़ेगा उसकी सारी स्थिति सामने आएगी। इसमें माताओं बहनों का बहुत बड़ा योगदान है।