RSS Authors Books Controversy: भोपाल। मध्यप्रदेश के कॉलेजों में अब RSS नेताओं द्वारा लिखी किताबें पढ़ाने को लेकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के पूर्व विधायक कुणाल चौधरी ने RSS नेताओं द्वारा लिखी किताबें पढ़ाने को लेकर कहा कि, भारतीय ज्ञान प्रकोष्ठ को क्या बीजेपी अब अज्ञान प्रकोष्ठ बनानी चाहती है। क्या अब एमपी के कॉलेजों में नफरत का पाठ पढ़ाया जाएगा? पढ़ना ही है तो वैज्ञानिको द्वारा लिखी किताबें पढ़ाते। ये पूरी तरह से गलत है। हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे।
इधर, RSS नेताओं द्वारा लिखी किताबें कॉलेजों में पढ़ाने को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा ने कहा कि, जो भी किताबें छात्रों का ज्ञान बढ़ायें उनका बौद्धिक विकास करें वही किताबें पढ़ाई जा रही है। इसमें कोई गलत बात नहीं है। कांग्रेस का तो काम ही सिर्फ और सिर्फ विरोध करना है। वीडी शर्मा ने कहा कि, नफरत का पाठ तो कांग्रेस के राज में पढ़ाया गया है। वामपंथी विचारधारा और आक्रमणकारियों के बारे में पढ़ाया गया है। कांग्रेस को तो कुछ कहने का अधिकार ही नहीं है।
बता दें कि मध्यप्रदेश में अब कॉलेज के छात्र संघ नेताओं द्वारा लिखी किताबें पढ़ेंगे। इसमें संघ के सह सरकार्यवाहक रहे सुरेश सोनी की तीन किताबें भी शामिल की गई है। इसके अलावा डॉक्टर अतुल कोठारी, दीनानाथ बत्रा, देवेन्द्र राव देशमुख सहित कई संघ नेताओं द्वारा लिखी किताबें शामिल की गई है। सूची में कुल 88 किताबें शामिल की गई है।
सरकार ने भारतीय ज्ञान परंपरा की किताबें खरीदने का आदेश दिया है। बता दें कि प्रदेश के कॉलेजों में खोले गए भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ के तहत किताबें पढ़ाई जाएंगी। इधर एमपी के कॉलेजों में अब RSS नेताओं द्वारा लिखी किताबें पढ़ाने को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक कुणाल चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है।
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