भोपाल। Face To Face MP: भोपाल में एक गाड़ी में 52 किलो सोने की जांच जारी है कुछ सुराग मिले हैं। कुछ लिंक जुड़े हैं, कुछ चेहरे सामने आए हैं, जिसे लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। अब सवाल है कि बीते कुछ घंटों में राजधानी भोपाल में जो बेनामी संपत्ति मिली है। उसका मालिक कौन है। क्या इस काले धन का कोई सियासी कनेक्शन है, जैसा कि कांग्रेस आरोप लगा रही है। तमाम पहलुओं पर डिबेट करेंगे।
बीती रात भोपाल पुलिस के पास एक कॉल आता है, जिसके बाद वो मेंडोरा के जंगल पहुंचती है. मौके पर पहुंचते ही एक कार खड़ी मिलती है, जिसकी तलाशी लेने के बाद वो दंग रह जाते हैं। कार के अंदर 8 से 10 बड़े बैग मे 52 किलो सोना और करीब 10 करोड़ कैश मिलता है। पुलिस ने आयकर विभाग को मामला जांच के लिए सौंप दिया है और जिस कार से सोना और कैश बरामद हुए वो RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के दोस्त चेतन गौर का बताया गया। हालांकि ये साफ नहीं हो पाया है कि इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और सोना का इस्तेमाल कहां किया जाना था।
इससे पहले लोकायुक्त की टीम ने भोपाल स्थित पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर पर छापामार कार्रवाई कर कुल 3 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे, जिसमें 1 करोड़ 15 लाख घर से 1 करोड़ 70 रुपए दफ्तर से और घर के बाहर खड़ी कार से 82 लाख कैश मिले। यानी कुछ घंटों के भीतर राजधानी भोपाल में बेहिसाब काली संपत्ति मिली.. जिसे लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है कांग्रेस ने आरोपों की झड़ी लगा दी।
Face To Face MP: इधर बीजेपी का कहना है कि जांच एजेंसियां निष्पक्ष जांच कर रही है तो विपक्ष के आरोपों पर भी तीखा पलटवार किया। सियासी आरोप-प्रत्यारोप से इतर मामले में जो सुराग मिले हैं, चेहरे सामने आए हैं। उसकी जांच-पड़ताल शुरू हो गई है, लेकिन सवाल है कि क्या करोड़ों के सोने का यूं लावारिस मिलना अनायास ही है या कोई गहरा राज इसके पीछे छिपा है जो पैसा पकड़ा जा रहा है वो किसका है क्या इसके पीछे सिर्फ छोटी मछलियां हैं या बड़े किरदार और कहानी जल्द सामने आएंगे।
Follow us on your favorite platform: