भोपाल।Face To Face Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में कर्मचारी डीए बढ़ाने की मांग को लेकर मोर्चा गर्म किए हुए हैं, जबकि केंद्र और पड़ोसी छत्तीसगढ़ ने भी DA में बढ़ोतरी कर दी है तो MP के कर्मचारियों की नाराजगी और भी बढ़ गई है। इसे लेकर विपक्षी कांग्रेस ने सवाल उठाने भी शुरू कर दिए हैं। इससे पहले अतिथि शिक्षकों का मुद्दे पर भी कांग्रेस ने आवाज ऊंची की थी । सवाल है सरकार का अगला कदम क्या होगा? ‘DA’ पर रार जारी…नाराजगी पड़े न भारी!…आज इसी मुद्दे पर फेस टू फेस करेंगे।
केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते में 3 फीसदी बढ़ोतरी की गई है। कैबिनेट मीटिंग में DA बढ़ोतरी पर फैसला हुआ। महंगाई भत्ता बढ़कर अब 50 फीसदी से 53 फासदी हो गया है। इसी तरह साय सरकार ने भी राज्य के सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 4 फीसदी बढ़ा दिया है जिससे अब महंगाई भत्ता 46 फीसदी से बढ़कर 50 फीसदी हो गया है, लेकिन मध्यप्रदेश के सरकरी कर्मचारी निराश हैं। लंबे समय से कर्मचारी डीए की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें फिर निराशा हाथ लगी है, लेकिन उपचुनाव सिर पर हैं तो कांग्रेस ने बीजेपी सरकार से DA में बढ़ोत्तरी की मांग कर सियासी दांव खेल दिया है। उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर कर्मचारियों के महंगाई भत्ते यानी DA में बढ़ोतरी के लिए पत्र लिखा है।
कांग्रेस के इस पत्र के बाद अब बीजेपी कांग्रेस को कमलनाथ की कार्यकाल की याद दिला कर निशाना साध रही है। जनवरी से ही मध्यप्रदेश के सरकारी कर्मचारी डीए बढ़ाने की मांग करे रहे हैं। केंद्र कर्मचारियों के जैसे राज्य सरकार के कर्मचारियों को DA नहीं मिलने से सभी कर्मचारियों में नाराजगी है। केंद्र द्वारा 3 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाने से मध्यप्रदेश के सरकारी कर्मचारी 7 फीसदी पीछे हो गए है।
Face To Face Madhya Pradesh: जनवरी में भी केंद्र सरकार ने चार फीसदी डीए बढ़ाया था। तब भी राज्य सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं दी गई थी। अब ऐसे में मध्यप्रदेश में कर्मचारियों पर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है। विजयपुर और बुधनी उपचुनाव को जीतने कांग्रेस ने कर्मचारियों का DA वाला दांव खेला है तो बीजेपी खुद को हर वर्ग की हितैषी बताकर कांग्रेस को ही आईना दिखा रही है।
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