भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार का असर अब 6 अक्टूबर को होने वाले भारत-बांग्लादेश क्रिकेट मैच पर भी पड़ रहा है। ग्वालियर के हिंदू संगठनों ने पहले ही अपना रूख साफ कर दिया था कि वो बांग्लादेश के साथ होने वाले मैच का विरोध करेंगे और हुआ भी यही बांग्लादेश की क्रिकेट टीम और स्टॉफ जुमे की नमाज के लिए मस्जिद नहीं पहुंच सका।
बताया जा रहा है कि बांग्लादेशी खिलाड़ियों और स्टाफ ने शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे टीम को ग्वालियर के फूलबाग स्थित मोती मस्जिद ले जाने का प्लान था, लेकिन सुरक्षा कारणों से आखिरी समय पर ये कार्यक्रम रद्द हो गया। इसके बाद शहर काजी ने होटल में ही बांग्लादेश की टीम को नमाज अदा कराई। बांग्लादेश की टीम सिटी सेंटर स्थित होटल रेडिसन में ठहरी है। यहां किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं है। होटल के कर्मचारियों को भी स्पेशल पास दिए गए हैं। प्रैक्टिस पर आने-जाने के दौरान भी बांग्लादेश खिलाड़ियों की बस के आगे पीछे कड़ी सुरक्षा दी गई है।
Face To Face Madhya Pradesh: बुधवार दोपहर के वक्त भी भारतीय टीम और बांग्लादेश के प्लेयर एक साथ ग्वालियर पहुंचे थे लेकिन हिंदू संगठन के विरोध को देखते हुए पुलिस ने बैक डोर से बांग्लादेश की टीम को निकालकर वोल्वो बस में बैठाकर कड़ी सुरक्षा में होटल तक पहुंचाया था। कुल मिलाकर बांग्लादेशी प्लेयर्स की सुरक्षा का खास इंतजाम किया जा रहा है लेकिन सवाल ये है कि अगर हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश की टीम मस्जिद नहीं जा पाई और प्लान बदलना पड़ा तो क्या इसे प्रशासन का फेलियर माना जाए या फिर प्रो एक्टिवनेस ?
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