भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में बीज की क्वालिटी और उसे आबंटन के मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है । यहां एक फिर सियासी अखाड़ा तैयार हो गया है । एक तरफ जीतू पटवारी हैं जो सबूतों के साथ घोटाले की पोल खोलने की बात कह रहे हैं दूसरी ओर कृषि मंत्री ने उन्हें सबूत देने की चुनौती पेश की है । मतलब ये कि बीज के बहाने बैठे ठाले दोनों आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेलने को ख्वाहिशमंद दिखते हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर बीजेपी सरकार के खिलाफ बड़े घोटाले का सनसनीखेज़ आरोप लगाया है। वो भी तब जब दो उपचुनाव कांग्रेस के सामने हैं।
दरअसल, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि, बीजेपी सरकार बीज प्रमाणीकरण के नाम पर प्रदेश के किसानों से करोड़ों रूपयों की लूट कर रही है। किसानों से हर साल 10 हजार करोड़ रूपए लूटे जा रहे है। सरकार अपना पेट भरने के लिए किसानों का पेट काट रही है। कांग्रेस का ये भी दावा है कि मामले में प्रकरण ईओडब्लू में दर्ज है, लेकिन सरकार के दबाव में ईओडब्लू जांच नहीं कर रही है ।
कांग्रेस का ये भी दावा है कि बीज प्रमाणीकरण संस्था में बैठे अधिकारी कई सालों से जमे हैं,जो बेलगाम हो गए है। किसानों को घाटिया बीजे दिखाकर और उन्नत बीज का टैग लगाकर बेचा जा रहा है। हालांकि कांग्रेस के आरोपों पर कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना ने जीतू पटवारी को चुनौती के साथ जवाब भी दिया है ।
Face To Face Madhya Pradesh: जाहिर है ये कोई पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस ने किसानों के जरिए बीजेपी सरकार पर घपले घोटालों के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके पहले भी कांग्रेस एमपी में बड़े बीज घोटाले के आरोप लगा चुकी है, लेकिन सवाल ये कि कांग्रेस के आरोपों में क्या वाकई दम है?