Soybean MSP Rate 2024: भोपाल। मध्यप्रदेश के किसानों की सोयाबीन की खरीदी अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जाएगी। मध्य प्रदेश सरकार के प्रस्ताव को केंद्र की मोदी सरकार ने मंजूरी दे दी है। किसानों को सोयाबीन की फसल का 4892 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा। वहीं, अब इस पर RSS के अनुसांगिक संगठन भारतीय किसान संघ का बड़ा बयान सामने आया है।
भारतीय किसान संघ ने केंद्र सरकार से मांग की है कि, 6 हजार रुपए एमएसपी होना चाहिए। सोयाबीन की 4892 रुपए MSP बहुत कम है या फिर प्रदेश सरकार 1200 रुपए बोनस दे। या भावान्तर के तहत भी किसानों को लाभ दिया जा सकता है। भारतीय किसान संघ ने कहा कि, प्रदेश में 61 लाख टन उत्पादन का अनुमान है। लेकिन, 40% ही खरीदने की बात सामने आई है। राज्य सरकार सोयाबीन का एक एक दाना खरीदे।
RSS के अनुसांगिक संगठन भारतीय किसान संघ ने कहा कि, हम किसानों की मांग को लेकर 16 सितम्बर को हर जिले में देंगे ज्ञापन। बता दें कि, मध्यप्रदेश के दौरे पर आए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बीतें दिनों कहा था कि सोयाबीन की खरीदी को लेकर यदि सरकार प्रस्ताव देगी तो उसे हम तुरंत मंजूर करेंगे। इसके बाद कल 10 सितंबर को मोहन कैबिनेट में प्रस्ताव भेजने का फैसला लिया गया है। इसके बाद अब इस प्रस्ताव को मोदी सरकार ने मंजूरी दे दी है।
महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों की तर्ज पर यहां भी अब सोयाबीन की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी। किसानों को सोयाबीन की फसल का 4892 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा।
मोदी सरकार की ओर से सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 रुपये घोषित किया गया है। बाजार में इस समय सोयाबीन के दाम 4000 से 4600 रुपये क्विंटल ही हैं। सोपा के अनुसार मप्र में सोयाबीन का उत्पादन बीते सीजन में करीब 52 लाख टन रहा। महाराष्ट्र में भी उत्पादन 50 लाख टन के आसपास था। सोयाबीन उत्पादन में तीसरे नंबर पर राजस्थान और फिर गुजरात, छत्तीसगढ़ व अन्य राज्य आते हैं।