भोपाल। चुनाव की तारीखों के एलान से पहले जिस तरह से घोषणाओं की सूची देखने को मिल रही है..उससे लगता है कि बस रामराज्य आने वाला है…लेकिन यही सिद्दत पहले क्यों नहीं दिखती..सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर 4 हफ्ते में राज्य सरकारों से जवाब मांग लिया है…सरकार बीजेपी की हो या कांग्रेस की..बात सत्ता पक्ष की हो या विपक्ष की..घोषणा में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता..एक सवाल ये भी है कि क्या चुनावी घोषणा चुनाव में जीत की गारंटी है?
एक क्लिक… 18 विभाग…. 53 हज़ार करोड़… और 14871 के विकास कार्यों की शुरुआत… यह आंकड़े मप्र की सरकार के विकास कार्यों के हैं… लेकिन करीब 15 हज़ार विकास कार्य 1 साल नहीं बल्कि एक दिन में हुए हैं… जी हां… मप्र में आचार संहिता लगने के ठीक पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार फॉर्म में चल रहे हैं… आज भोपाल के रविन्द्र भवन से उन्होंने एक क्लिक के ज़रिये प्रदेशभर में 14871 विकास कार्यों की सौगात दी है… 18 विभाग… 53 हज़ार करोड़… 12301 लोकार्पण… 2507 जगहों भूमिपूजन… 14871 के विकास कार्यों की शुरुआत.. और सरकार का दावा है कि मप्र में इससे पहले एक दिन में इतना विकास नहीं हुआ… जितना आज शिवराज सरकार ने कर दिया है… शिवराज खुद इसे ऐतिहासिक बता रहे हैं…
दरअसल मप्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं… चुनाव आयोग किसी भी वक्त मप्र समेत पांच राज्यों में मतदान की तारीखों का ऐलान कर आचार संहिता लगा सकता है… यही वजह है कि शिवराज सरकार अपनी कोई भी योजना… कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ना चाहती… हालांकि शिवराज और सरकार की इस मुस्तैदी पर सियासी बयानबाजी के तीर पर चल रहे हैं…
बीते एक महीने में मप्र में करीब चार लाख करोड़ के विकास कार्यों की शुरुआत हुई है… जो एमपी के सालाना बजट से भी ज्यादा है… 16 सितंबर को बीना के दौरे पर आए मोदी ने अकेले एक दिन में 50 हज़ार करोड़ के पेट्रोकेमिकल्स प्लांट और 2 लाख करोड़ के सात इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी… शिवराज खुद प्रदेशभर में घूम घूम कर लगातार जनता को कई बड़े सौगात दे रहे हैं… अब देखना यह है कि क्या शिवराज का यह विकास जनता के दिलों में कितनी जगह बना पाएगा….