Additional Collector Bribery Case: भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति एक बार फिर आई सामने, रिश्वत लेते पकड़ाए अपर कलेक्टर को CM ने किया निलंबित |

Additional Collector Bribery Case: भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति एक बार फिर आई सामने, रिश्वत लेते पकड़ाए अपर कलेक्टर को CM ने किया निलंबित

Additional Collector Bribery Case: भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति एक बार फिर आई सामने, रिश्वत लेते पकड़ाए अपर कलेक्टर को CM ने किया निलंबित

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Modified Date: September 13, 2024 / 12:03 AM IST
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Published Date: September 13, 2024 12:03 am IST

भोपाल। Additional Collector Bribery Case: भ्रष्टाचार के खिलाफ CM यादव की जीरो टॉलरेंस की नीति एक बार फिर सामने आई है। सीएम यादव ने मध्य प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत रिश्वत लेने के मामले में अपर कलेक्टर, जिला मऊगंज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। सीएम ने कहा कि, नागरिक हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, पूर्व में भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है कि जमीन नामांतरण, बटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बरतें।

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बता दें कि, अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी ने फरियादी से बंटवारे की फाइल में राजस्व न्यायालय द्वारा उसके पक्ष में कर्रवाई करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद अपर कलेक्टर ने 20 हजार रुपए की डिमांड करते हुए फरियादी से 10 हजार की पहली किस्त ले ली। गुरुवार को दूसरी किस्त के रूप में 5 हजार लेते हुए लोकायुक्त ने अपर कलेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद आरोपी अशोक कुमार को लोकायुक्त गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए ले गई।

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Additional Collector Bribery Case: वहीं मामले की जानकारी मिलते ही सीएम मोहन यादव ने अपर कलेक्टर को निलंबित कर दिया और कहा कि, नागरिक हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व में भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है कि जमीन नामांतरण, बटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बरतें। मध्यप्रदेश सरकार अपने नागरिकों को बेहतर, त्वरित और पारदर्शी तरीके से सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

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