हितेन चौहान, बालाघाट:
Villagers Boycotted The Elections: प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है। अब चुनाव बहिष्कार की भी खबरे सामने आ रही है। ताजा मामला बालाघाट जिले के कटंगी विधानसभा के ग्राम पंचायत अंबेझरी के खैरलांजी गांव का है जहां के ग्रामीणों ने गांव में मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर अभी से विधानसभा चुनाव बहिष्कार का निर्णय लेते हुए गांव में किसी भी नेता को चुनाव प्रचार के लिए आने पर रोक लगा दी है। साथ ही गांव के बाहर बहिष्कार का बैनर भी लगा दिया गया है।
जनप्रतिनिधियों से की थी पुल निर्माण की मांग
दरअसल यहां बावनथड़ी नदी पर राजीव सागर बांध बना है। जिसके बाद करीब 10 सालों से अंबेझरी से खैरलांजी के बीच सड़क मार्ग पर निर्मित पुलिया पानी में डूब जाता है और करीब 8 माह पुलिया जलमग्न रहता है। पुलिया काफी नीचे बना होने और पानी में डूबे रहने के कारण खैरलांजी से अंबेझरी मुख्य सड़क मार्ग से आवाजाही बंद रहती है। ग्रामीणों को जंगल के कच्चे रास्ते से आना-जाना करना पड़ता है। ग्रामीणों के द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों से ऊंचे पुल के निर्माण की मांग की गई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
किया पुल नहीं तो वोट नहीं का ऐलान
लगभग साढ़े 600 मतदाता वाला गांव खैरलांजी के बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग सभी की परेशानी बढ़ गई है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को कई बार ध्यान दिलाने व मांग पत्र पहुंचाने के बावजूद समस्या जस की तस है। जिससे नाराज ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनाव में पुल नहीं तो वोट नहीं का ऐलान कर दिया है। जिसके लिए उन्होंने चुनाव बहिष्कार का निर्णय कर बेनर लगा दिया है। जिसमें किसी भी राजनीतिक दल के नेता के गांव में चुनाव प्रचार करने नहीं आने कहा गया है।
Villagers Boycotted The Elections: वहीं चुनाव बहिष्कार की बात पर कलेक्टर ने कहा कि चूंकि आचार संहिता लागू हो चुकी है ऐसे में किसी भी तरह के निर्माण कार्य की मंजूरी नहीं दी जा सकती । हम चुनाव अधिकारी और टीम द्वारा ग्रामीणों को समझाइश देकर चुनाव बहिष्कार ना करने कहा जाएगा।
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