भोपाल: Lok Sabha Election 2024 बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व अपने नए प्रयोगों से न केवल विपक्ष बल्कि स्थानीय संगठन को भी चौंकाती आई है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपनी रणनीति में सकारात्मक बदलाव किया..अब बारी लोकसभा चुनाव की है। बीजेपी ने एमपी की 23 सीटों पर रायशुमारी कर ली है। हाईकमान का भरोसा नये चेहरों पर दिख रहा है और बड़े नेताओं की सीट बदलकर कांग्रेस को चौंकाने के प्लान पर भी विचार किया जा रहा है तो इधर कांग्रेस अब भी जिताऊ कैंडिडेट की तलाश मे है।
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Lok Sabha Election 2024 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी हाईकमान टिकट वितरण में चौकाने वाला फॉर्मूला अपना सकता है। इस बार बीजेपी काफी पुराने चेहरों की जगह नये चेहरों को मौका दे सकती है। बीजेपी की 28 सांसदों में से 5 अब विधायक बन चुके हैं। उन सीटों पर सर्वे हो चुका है। आज बीजेपी मुख्यालय मे 23 सीटों के लिए रायशुमारी हुई है और इस मंथन में कई चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं।
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बीजेपी इस बार 3 बार के सांसदों या फिर 3 बार चुनाव लड़ चुके लोगों के टिकट काट सकती हैं। विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 7 सांसद कई बार लोकसभा चुनाव जीत चुके थे। विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 7 सांसदों में 2 सासंद गणेश सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार चुके है। रिक्त 5 लोकसभा सीटें पर नए चेहरे के साथ ही गणेश सिंह और फग्गन सिंह की सीट पर भी नए चेहरे पर 10 संसदीय सीटों पर बीजेपी नये चेहरों को मौका दे सकती है। कमजोर प्रदर्शन वाले सांसदों के टिकट कट सकते हैं.इसके अलावा बीजेपी बड़े नेताओं के सीट बदलकर भी कांग्रेस को चौंका सकती है। ऐसी खबरें मिल रही हैं वीडी शर्मा भोपाल से चुनाव लड़ सकते हैं।
इधर राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जाते ही कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है। दरअसल एमपी कांग्रेस भी चाहती है कि जल्द से जल्द प्रत्याशी घोषित कर देने चाहिए। ताकि प्रचार के लिए पर्याप्त वक्त मिल सके। कांग्रेस की कोशिश ये भी है कि राहुल गांधी की यात्रा के बाद ही टिकट जारी हों क्योंकि अगर टिकट कटने से नाराज़ नेताओं ने बवाल किया। तो उसका सीधा असर राहुल की यात्रा पर पड़ सकता है। बताया ये भी जा रहा है कि कांग्रेस के कई दिग्गज लोकसभा चुनाव लड़ने से परहेज कर रहे हैं। जिससे जीतू पटवारी नाराज भी हैं।
तो कुल मिलाकर 2024 में बीजेपी युवाओं को मौका देने के मूड में है और 2023 का फॉर्मूला रिपीट कर सकती है..तो इधर कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुट करने और लोकसभा चुनाव के लिए जिताऊ कैंडिडेट तलाश करने में जुटी है। बीजेपी इस राममय माहौल में सभी 29 सीटें जीतने का दावा कर रही है तो कांग्रेस पिछली बार से बेहतर नतीजों की उम्मीद में है।