लखनऊ: आने वाले महीनों में देशभर में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सियासी पारा भी अपने चरम पर होगा। इस हफ्ते ही आदर्श आचार संहिता के लागू होने की सम्भावना भी हैं। (Who will be the PM face of India Alliance?) बात करे सियासी दलों की तो एनडीए के तौर पर भाजपा ने अपने 195 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं तो वही एक-दो दिन के भीतर कांग्रेस भी अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर सकती हैं। लेकिन इन सबके बीच जो खबर सियासी गलियारों से निकलकर बाहर आ रही है वह बेहद चौंकाने वाली हैं।
दरअसल कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया हैं कि कांग्रेस की अगुवाई वाली इंडिया अलायंस अपने गठबंधन को विस्तार और मजबूती देने के लिए बड़ा फैसला करने वाली हैं। इण्डिया ब्लॉक बसपा को अपने पाले में करने के लिए सुप्रीमों मायावती को नरेंद्र मोदी के खिलाफ बतौर अपने अलायंस की तरफ से पीएम फेस घोषित कर सकती हैं। दावा यह भी किया जा रहा हैं कि कांग्रेस के एक बड़े नेता की मायावती से इस पर चर्चा चल रही हैं लेकिन अबतक कोई नतीजा नहीं निकल सका हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक़ मायावती ने पहले इंडिया अलायंस में शामिल होने से साफ़ इंकार कर दिया था। ऐसे में उनके अलायंस में न होने से यूपी में दलितों का एक बड़ा वोट बैंक या तो भाजपा की तरफ रुख करेगा या फिर बंट जाएगा। ऐसे में जब सपा और कांग्रेस यूपी पर पूरा फोकस किये हुए है तो फिर वह बसपा के तौर पर नुकसान झेलने के मूड में नहीं हैं। ऐसे में सपा को भी इस बात के लिए मना लिया गया हैं कि बसपा सुप्रीमों को पीएम मटेरियल बताकर न सिर्फ यूपी में जयादा से ज्यादा सीटें जीती जा सकती हैं बल्कि दलित बेटी को पीएम मटेरियल घोषित कर देशभर में दलित वोटरों को एकजुट भी किया जा सकता हैं। उन्हें उम्मीद हैं कि पीएम फेस होने की पेशकश मायावती भी नहीं ठुकराएगी।
सूत्रों का कहना है कि बहुत हद तक बातचीत सकारात्मक तरीके से चल रही है। कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के महत्वपूर्ण नेताओं के साथ हुई बातचीत में सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा हुई थी। सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी, मायावती से गठबंधन के पक्ष में सबसे ज्यादा हैं। उनकी पहल पर ही प्रियंका गांधी ने इस बातचीत को आगे बढ़ाया है। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस दलित चेहरे को बतौर प्रधानमंत्री आगे रखना चाहती है। (Who will be the PM face of India Alliance?) इसमें एक नाम मल्लिकार्जुन खरगे और दूसरा नाम मायावती का आगे रखा जा रहा है। हालांकि इस मामले में अभी गठबंधन के अन्य घटक दलों को लेकर भी भरोसे में लेने की कवायद भी चल रही है। कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मायावती 25 सीटों पर गठबंधन के तहत चुनाव लड़ सकती हैं।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो बहुजन समाज पार्टी को I.N.D.I गठबंधन का हिस्सा बनाने की बातचीत के चलते ही समाजवादी पार्टी की बाकी सीटें भी घोषित नहीं की जा रही हैं। समाजवादी पार्टी की ओर से 20 फरवरी के बाद कोई भी सीट घोषित नहीं की गई है। ऐसे में कयास यही लगाए जा रहे हैं कि गठबंधन में मायावती की एंट्री होने वाली है।