Ujjain Lok Sabha Seat: देशभर में आज चौथे चरण के लिए चुनाव प्रचार थम गया है। 13 मई को देशभर में चौथे चरण पर मतदान होंगे। इसमें मध्यप्रदेश की आठ सीटों पर वोटिंग होगी। मतदान को लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। बात करें उज्जैन–आलोट लोकसभा क्षेत्र की तो यहां कुल 09 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, यहां कुल 1062 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
कौन-कौन प्रत्याशी मैदान पर
उज्जैन–आलोट लोकसभा के उम्मीदवार कुल 09 उम्मीदवार मैदान में हैं। बीजेपी से अनिल फिरोजिया, बहुजन समाज पार्टी से एडवोकेट प्रकाश चौहान चुनाव, कांग्रेस से महेश परमार, भीम सेना से डॉ हेमंत परमार, निर्दलीय अभ्यर्थी ईश्वरलाल वर्शी, निर्दलीय से ही महेश परमार और निर्दलीय से ही सुरेश बागरी मैदान पर हैं। बता दें कि उज्जैन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिसमें नागदा-खाचरौद विधानसभा, महिदपुर विधानसभा, तराना विधानसभा, घाटिया विधानसभा, उज्जैन उत्तर विधानसभा, उज्जैन दक्षिण विधानसभा, बड़नगर विधानसभा और रतलाम जिले की आलोट विधानसभा क्षेत्र शामिल है।
कुल मतदाताओं की संख्या
उज्जैन–आलोट लोकसभा में कुल 17 लाख 72 हजार 734 मतदाता है, जिनमें पुरुष 8 लाख 95 हजार 392 और महिला मतदाता 8 लाख 77 हजार 267 तथा अन्य मतदाता 75 है। वहीं, 18 से 19 वर्ष के युवा मतदाताओं की संख्या 33 हजार 389 है।
समीकरण और मुद्दे
समीकरण – उज्जैन दक्षिण से विधायक डॉ मोहन यादव इस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और यह सीट उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह मुख्यमंत्री का गृह जिला भी है। भाजपा प्रत्याशी अनिल फिरोजिया वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सांसद है। वहीं कांग्रेस की ओर से उज्जैन जिले की तराना विधानसभा क्षेत्र से विधायक महेश परमार प्रत्याशी के रूप में मैदान में है। जो दो बार के विधायक हैं। इन्होंने उज्जैन महापौर का चुनाव भी कांग्रेस पार्टी की ओर से लड़ा था और बहुत ही कम अंतरो से भाजपा के प्रत्याशी को लहर के बाद जीत मिली थी।
मुद्दे- महाकाल लोक बनने के बाद शहर में पर्यटन तो बढ़ा ही है साथ में अव्यवस्थाएं भी हुई है, जिसमें यातायात, अच्छा खाना, पीने योग्य पानी यह प्रमुख समस्या रही है। इसके साथ ही शहर में उद्योग धंधे और अतिक्रमण, सहित पुराने शहर के सकरे मार्ग, धीमी शासकीय प्रक्रिया भी एक मुद्दा है। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावी मुद्दे धर्म, राममंदिर, महाकाल लोक का निर्माण आदि प्रमुख मुद्दे हैं। वहीं, कांग्रेस पार्टी की ओर से भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बंद होते उद्योग, महंगाई आदि प्रमुख मुद्दे हैं।
उज्जैन लोकसभा सीट का इतिहास
कांग्रेस को उज्जैन की लोकसभा सीट पर आखिरी बार जीत 2009 में मिली थी। इसके बाद 2014 और 2019 में बीजेपी की धमाकेदार जीत हुई थी। 2019 में इस सीट स बीजेपी के अनिल फिरोजिया ने जीत दर्ज की थी और उन्हें करीब 63 प्रतिशत तक वोट मिले थे। कांग्रेस के बाबूलाल मालवीय दूसरे और बीएसपी के सतीश परमार तीसरे नंबर पर रहे थे।
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