शामली: Kairana Lok Sabha seat 2024 देश के 21 राज्यों के 102 लोकसभा सीटों पर पहले चरण का मतदान कल होगा। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 सीटों सभी की नज़र होगी। उत्तर प्रदेश की सहारनपुर, कैराना, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, नगीना,मुरादाबाद,रामपुर,पीलीभीत लोकसभा पर मतदान होना है। खास बात यह है कि इनमें से लगभग सभी सीटों पर मुस्लिम वोट काफी प्रभावी माना जाता है।
Kairana Lok Sabha seat 2024 कैराना लोकसभा क्षेत्र पर बीजेपी ने प्रदीप चौधरी को टिकट दिया है। तो सपा ने इकरा हसन हसन को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने धर्म सिंह सैनी को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर अब त्रिकोणी मुकाबला देखने को मिल रहा है।
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शामली जिले की कैराना लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा मौजूद हैं जिसमें खुद कैराना, शामली, थाना भवन, नुकुड, गंगोहो सीट है. कैराना लोकसभा पर मुस्लिम मतदाता 6.25 लाख और जाट मतदाता 2.50 लाख और SC- ST 2 लाख 46 हजार मतदाता है। साल 2014-16 के दौरान कैराना और कांधला हिंदू परिवारों के बड़े पैमाने पर पलायन, एक बड़ी खबर बनी थी, जिसे कैराना पलायन के रूप में भी जाना जाता है।
2019 लोकसभा चुनाव में कैराना सीट से बीजेपी के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने जीत हासिल की थी। उनको 5,66,961 वोट मिले थे। वहीं सपा के प्रत्याशी तबस्सुम हसन को हार का सामना करना पड़ा, उन्हें 4,74,801 वोट मिले थे। और कांग्रेस के उम्मीदवार हरेंद्र सिंह मलिक को 69,355 वोट से संतुष्ट होना पड़ा था।
उपचुनाव में कैराना में कुल 54 फीसदी ही वोट पड़े थे। रालोद की तबस्सुम ने बीजेपी की मृगांका सिंह को 44618 वोटों से मात दी थी। तबस्सुम हसन को कुल 4,81,182 वोट मिले थे और मृगांका सिंह को कुल 4,36,564 वोट मिले।
2014 से पहले भारतीय जनता पार्टी इस सीट पर एक ही बार चुनाव जीत पाई थीं। लेकिन बीजेपी को यहां मोदी लहर का फायदा मिला। यहां से चुनाव लड़े हुकुम सिंह को कुल 50 फीसदी वोट मिले थे, जबकि उनके सामने खड़े समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 29 और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार को 14 फीसदी ही वोट मिल पाए थे। हुकुम सिंह ने यहां तीन लाख वोटों से जीत दर्ज की थी।