इंदौरः Indore Lok Sabha seat मध्यप्रदेश के मालवा की महाभारत का काउंटडाउन शुरु हो चुका है। मध्यप्रदेश में चौथे और आखिरी चरण के तहत मालवा के रण की 8 सीटों में मतदान होगा, लेकिन इन आठ सीटों में एक सीट ऐसी है जहां मुकाबला कांग्रेस बीजेपी या किसी दल नहीं बल्कि भाजपा वर्सेस नोटा हो गया है। सही पढ़ा आपने इंदौर में नोटा को लेकर वॉर जारी है और अब जब कल मतदान होना है उससे पहले आज सीएम मोहन यादव ने भी नोटा पर प्रहार किया है।
Indore Lok Sabha seat वैसे तो सोमवार को मध्यप्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है, मगर सबसे ज्यादा इंदौर लोकसभा की चर्चा है। चर्चा इसलिए क्योंकि वहां दो प्रत्याशियों के बीच टक्कर नहीं बल्कि मुकाबला बीजेपी वर्सेस नोटा का है। दरअसल, इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी का आखिरी वक्त में नाम वापस लेना और फिर बीजेपी ज्वाइंन करना इंदौर सीट पर वोटिंग से पहले सियासी बम फटने जैसा था। जिसके बाद कांग्रेस अपने प्रत्याशी अक्षय बम पर कई आरोप लगा रही है। अब इसी बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी कांग्रेस पर तंज कसा और कहा कि कांग्रेस ने पहले अपना प्रत्याशी खो दिया। अब कांग्रेस अपनी बुद्धि खो रही है।
इधर, सीएम मोहन यादव ने अपने बयान में नोटा कोई चुनाव चिन्ह नहीं है इस बात पर जोर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने इस बयान और इंदौर में बीजेपी वर्सेस नोटा को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। कहा की इंदौर की जनता सोमवार को नोटा दबाएगी और बीजेपी को जबाव देगी। अब फैसला जनता के हाथ में है सोमवार को इंदौर में मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी और नोटा के बीच अहम माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस दंभ भर रही है कि इंदौर में इस बार नोटा की जीत होगी। देखना ये होगा की कांग्रेस के नोटा वॉर और सीएम के कांग्रेस पर प्रहार से क्या समीकरण बनते हैं और जनता किसका साथ देती है।