भोपाल: मध्यप्रदेश की सबसे हॉट सीट राजगढ़ में मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। ये सीट ना सिर्फ बीजेपी की आन का सवाल है बल्कि इज्जत तो दिग्विजय सिंह की भी दांव पर लगी है। कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ के जरिए पूरे प्रदेश का सियासी पारा गरमा दिया है। खासकर एक पर्चे के जरिए। दिग्गी राजा ने पर्चे में कांग्रेस की गारंटियों के जिक्र के साथ-साथ खुद को पक्का सनातनी होने का दावा किया है। जाहिर है बीजेपी को फिर दिग्गी राजा को सियासी दंगल में घेरने का बड़ा मौका मिल गया है। आखिर क्यों ठीक चुनाव के वक्त दिग्गी राजा सनातन की दुहाई दे रहे हैं, आखिर क्यों पर्चे के जरिए जनता से फरियाद कर रहे हैं।
क्या दिग्विजय सिंह राजगढ़ में बुरी तरह घिर गए हैं। क्या दिग्विजय सिंह लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी के एजेंडे में उलझ कर रह गए हैं। दिग्विजय के इस पर्चे में लिखी ये लाइनें फिलहाल इसी तरफ इशारा कर रहीं हैं और अगर दिग्विजय सिंह बीजेपी के एजेंडे में नहीं घिरे हैं तो आखिर उन्हें वोटर्स के सामने इस तरह पर्चों के जरिए सफाई क्यों देनी पड़ रही है। दरअसल पर्चे में दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि वोट के लिए कभी मैंने अपने आराध्य के नाम का इस्तेमाल नहीं किया। 3300 किमी की नर्मदा परिक्रमा की है। 30 साल से हर आषाढ़ की एकादशी पर पंढ़रपुर में भगवान विट्ठोबा की परिक्रमा और दर्शन पूजन किए हैं। 300 सालों से मेरे किले में राघौजी महाराज की पूजा हो रही है। जाहिर है दिग्विजय सिंह अब इमोशनल अपील करके वोटर्स को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं। उधर दिग्गी राजा के पर्चे देख बीजेपी का गुस्सा अब सातवें आसमान पर है।
असल में बीजेपी के लिए रागजढ़ सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुकी है। क्योंकि कांग्रेस आलाकमान ने इस सीट पर कांग्रेस के खाटी नेता दिग्विजय सिंह को चुनावी मैदान में उतार दिया है। दिग्विजय सिंह बीजेपी के एजेंडे को फेल करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं औऱ इस तरह के पर्चे बांटना भी उसी कोशिश का हिस्सा है। दरअसल केंद्रिय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही बीजेपी की तमाम लीडरशिप ने दिग्गी राजा पर सनातन विरोधी होने के आरोप लगाए हैं। लेकिन दिग्विजय सिंह के समर्थक ये कह रहे हैं कि बीजेपी में दिग्गी राजा जैसा सनातनी दूर-दूर तक नज़र नहीं आएगा।
राजगढ़ सीट फिलहाल एमपी की सबसे हॉट सीट में से एक है। क्योंकि यहां से दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा के रोडमल नागर से है। दिग्विजय सिंह इस चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दों के बजाए स्थानीय मुद्दों पर लड़ रहे हैं। क्योंकि वो मानते हैं कि बीजेपी चुनाव को धर्म की तरफ ले जाने की कोशिश करेगी। लेकिन ये तो तय है कि राजगढ़ में मुकाबला दिलचस्प है। बीजेपी ने भी पूरा जोर लगा दिया है तो दिग्गी राजा अकेले ही बीजेपी से किला लड़ा रहे हैं।