नई दिल्लीः कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में कई लोकसभा क्षेत्रों में जिला अधिकारियों पर परिणाम बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश के महाराजगंज, बांसगांव, मेरठ, मुज़फ़्फ़रनगर सीटों पर ज़िला अधिकारियों को फ़ोन करके सीटें जिताने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासनिक अधिकारी याद रखें कि सरकार बदल रही है और लोकतंत्र के साथ यह खिलवाड़ स्वीकार नहीं किया जाएगा।’’
बता दें कि उत्तर प्रदेश में आज वोटों की गिनती की जा रही है। यहां समाजवादी पार्टी 36, बीजेपी 34 और कांग्रेस 7 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा की स्मृति इरानी, अनुप्रिया पटेल और चंदौली से महेंद्रनाथ पांडेय जैसे नेता पीछे चल रहे हैं। भाजपा को इस बार यहां नुकसान उठाना पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान हुआ था। इस बार जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। वहीं बीजेपी ने छोटे-छोटे दलों को एनडीए में शामिल किया था। लोकसभा चुनाव से पहले अपना दल (एस), सुभासपा, निषाद पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल एनडीए में शामिल हो गईं थीं। 2019 की बात करें तो इसमें सपा-बसपा-आरएलडी का गठबंधन था और कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा था। हालांकि गठबंधन के बावजूद सपा-बसपा ज्यादा सीटों पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी। जहां गठबंधन ने सिर्फ 15 सीटें जीती थीं, वहीं बीजेपी ने अकेले 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं अपना दल (एस) को दो और कांग्रेस को एक सीट मिली थी। चुनाव में मिली हार के बाद सपा-बसपा का गठबंधन टूट गया था।