नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई की सम्पादक स्मिता प्रकाश को इंटरव्यू दिया है। (Amit Shah rapid fire interview with Smita Prakash) इस रैपिड फायर साक्षात्कार में शाह ने कई अलग-अलग विषयों पर बेहद दिलचस्प जवाब दिए है। अपने इस इंटरव्यू में शाह ने इंडिया गंठबंधन से लेकर शराब घोटाले और कश्मीर के मुद्दों पर भी अपनी बातें रखी हैं।
क्या है प्लान ‘बी’?
‘क्या बीजेपी के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान बी है?’ अमित शाह ने इस सवाल का काफी दिलचस्प जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘प्लान बी तभी बनाने की जरूरत है, जब प्लान ए (सफल होने) की 60% से कम संभावना हो। मुझे यकीन है कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे…’
#WATCH ‘क्या भाजपा के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान बी है?’ के जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “प्लान बी तब बनाना पड़ता है जब प्लान ए (सफल होने) में 60% से कम संभावना हो। मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री मोदी प्रचंड बहुमत के साथ जीत कर आएंगे…” pic.twitter.com/ZluzFeUerJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2024
‘दिखेगी बड़ी बोतल’
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के चुनाव प्रचार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘एक मतदाता के रूप में, मेरा मानना है कि वह जहां भी जाएंगे लोग शराब घोटाले को याद करेंगे… कई लोगों को तो बड़ी बोतल दिखेगी।’ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ‘अगर आप मुझे वोट देंगे तो मुझे जेल नहीं जाना पड़ेगा’ वाले बयान पर कहा कि ‘इससे बड़ी सुप्रीम कोर्ट की कोई अवमानना नहीं हो सकती है। क्या सुप्रीम कोर्ट (चुनावी) जीत और हार पर फैसला करेगा?’
“As a voter, I believe that wherever he will go people will remember the liquor scam…Kayi logon ko toh badi bottle dikhai padegi,” says Union Home Minister Amit Shah in an interview to ANI, on Delhi CM Arvind Kejriwal campaigning for elections pic.twitter.com/al6DvZtwq5
— ANI (@ANI) May 17, 2024
कश्मीर में हुआ बदलाव
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कश्मीर और धारा 370 के मुद्दे पर कहा कि जो लोग अनुच्छेद 370 पर सवाल उठाते हैं उनसे कहना चाहूंगा कि मतदान 40% से अधिक हो गया है। (Amit Shah’s rapid fire interview with Smita Prakash) अनुच्छेद 370 (हटाने) के लिए इससे बड़ी कोई सफलता नहीं हो सकती। सभी चरमपंथी समूह के नेता जा रहे हैं। लोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदार बन रहे हैं। अमित शाह ने दावा किया कि, पहले चुनाव के बहिष्कार के नारे लगते थे लेकिन आज शांतिपूर्ण चुनाव हो रहे।