Bachcha nahi hone ka karan: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलते लाइफस्टाइल के साथ करियर बनाने की होड़ में महिलाएं और पुरुष लगभग 30 साल की उम्र के बाद शादी करते हैं। इस कारण ज्यादातर लोगों को बेबी प्लान करने में परेशानियां आती है। कभी-कभी तो समय से पीरियड्स आने वाली महिलाओं को भी प्रेग्नेंट होने में दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है। इतना ही नहीं कम उम्र में भी मेल और फीमेल दोनों में इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ जाती है। इसके पीछे की जो वजह सामने आई है वोआपको चौंका कर रख देगी।
ये बीमारी बन रही दिक्कत
एम्स गायनेकोलॉजी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में कंसीव न हो पाने के चलते IVF के जरिए माता-पिता बनने के लिए आए करीब 100 में से 10 लोगों को जेनाइटल टीबी डायग्नोस हुई है, जो बच्चे पैदा करने में महिला और पुरुष दोनों के लिए बड़ी परेशानी बन गई है। यही वजह है जिसकी वजह से कपल संतान सुख नहीं ले पा रहे हैं।
क्या है जेनाइटल टीबी
जब टीबी का संक्रमण फैलोपियन ट्यूब से यूट्रस में फैल जाता है, तो इसे जेनाइटल टीबी कहा जाता है। यह स्थिति महिलाओं के जननांग, ओवरी और सर्विक्स को प्रभावित कर सकती है। इसे पेल्विक टीबी भी कहते हैं। पुरुषों में जेनाइटल टीबी शुक्राणुओं को वीर्य तक पहुंचने में बाधा डालती है, जिससे उनकी प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। जेनाइटल टीबी की वजह से गर्भधारण में समस्या आती है, फिर चाहे वह पुरुष को जेनाइटल टीबी हो या महिला को हो। ऐसे में यह जरूरी है कि बांझपन, पुरानी पेल्विक दर्द और मासिक धर्म की गड़बड़ी वाले रोगियों की टीबी की जांच भी की जाए।
जेनाइटल टीबी के लक्षण क्या है
जेनाइटल टीबी के लक्षण आसानी से पहचान में नहीं आती, क्योंकि ये अक्सर सामान्य नहीं होते। लेकिन फिर भी अगर 12 महीने तक बिना किसी प्रिकॉशन के कोशिश करने पर भी कंसीव नहीं हो रहा है और कुछ लक्षण दिखाई देते हैं तो यह जेनाइटल टीबी हो सकती है। इसके कुछ लक्षणों में वजन घटना, थकान और बुखार, मासिक धर्म में असामान्य रूप से अधिक खून बहना,असामान्य मासिक धर्म शामिल है।वहीं, पुरुषों में पेट के निचले हिस्से में दर्द या गांठ, उल्टी, भूख में कमी, वजन कम होना और गहरे रंग का पेशाब होना हो सकता है।