Pimples Treatment in Hindi: मुंबई: दुनिया में कई लोग ऐसा ही सोचते हैं कि वीर्य लगाने से सिर्फ मुंहासे ही नहीं बल्कि झुर्रियां और दाग-धब्बे भी दूर होते हैं। लेकिन इसे मुंहासे के इलाज के तौर पर कैसे और किस तरह इस्तेमाल किया जाए यह अधिक मायने रखता है। हालांकि इसके अबतक कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिले हैं और ज्यादातर विशेषज्ञ इसे शहरी इलाज मानते हैं ऐसे में जो इन उपायों का इस्तेमाल करते हैं उनके पीछे क्या वजह होती हैं, आइये जानते हैं।
स्पर्म में होता हैं प्रोटीन
कुछ महिलाएं अपनी त्वचा को मुलायम और साफ बनाने के लिए भी वीर्य का इस्तेमाल करती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वीर्य में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है जो सिर्फ मुंहासे ही नहीं दूर करता बल्कि त्वचा को जवां और स्वस्थ भी बनाता है। नतीजतन त्वचा से झुर्रियां और दाग-धब्बे साफ हो जाते हैं। मुंहासे कंट्रोल सिस्टम और टॉपिकल जैल के लिए हम जो भी स्किन केयर प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं उनमें विटामिन, प्रोटीन और विटामिन-सी होता है। लेकिन ऐसा सभी के साथ हुआ हो यह कह पाना कठिन हैं। ज्यादातर की राय इससे उलट भी हैं। उनका मानना हैं कि उन्हें इस तरीके से किसी तरह का कोई खास फायदा नहीं हुआ।
अब अगर हम शुक्राणुओं की संरचना देखें तो इसमें भी बिल्कुल वही तत्व होते हैं तो फिर क्यों न इसे मुंहासे के इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जाए। बजाय इसके कि महंगे उपायों का सहारा लिया जाए, जो कभी-कभी बेअसर भी साबित होते हैं। हालांकि इलाज सुनने में आसान और सरल लगता है लेकिन कुछ लोग चेहरे पर शुक्राणु लगाना घिनौना मानते हैं। शुक्राणुओं में ज्यादातर विटामिन, फ्रुक्टोज और प्रोटीन होते हैं जो सेहत के लिए अच्छे होते हैं। यह वास्तव में वीर्य द्रव के अवयव हैं, शेष शुक्राणु सेलेनियम और कुछ अन्य जैसे खनिजों से बने होते हैं। ये पोषक तत्व शुक्राणुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचने से पहले सुरक्षा और पोषण प्रदान करते हैं।
यह माना गया है कि वीर्य में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो निश्चित रूप से त्वचा के लिए अच्छे होते हैं। तो, इस सवाल का जवाब कि क्या शुक्राणु मुंहासों का इलाज है, यह हां हो सकता है। विटामिन सी एक डिटॉक्सिफायर के रूप में कार्य करता है और शरीर से अशुद्धियों और विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। वीर्य में विटामिन सी की उपस्थिति यह सुनिश्चित करने के लिए है कि शुक्राणु मुक्त कणों से सुरक्षित रहे और यह शुक्राणु कोशिका के जीवनकाल को बढ़ाता है। अगर वीर्य आपको बीमार नहीं करता है और आप इसे स्थूल नहीं मानते हैं, तो इसे त्वचा पर लगाने से आपको किसी भी तरह से नुकसान नहीं होगा।
इन तरीकों से अलग आज के दौर में कई घरेलु उपायों से भी कील-मुहांसो से छुटकारा पाया जा सकता है।वैसे तो मुँहासों का होना आम बात है लेकिन अपने डायट, रोजमर्रा के आदतों और मेकअप करने के तरीकों में बदलाव लाने पर मुँहासों का आना कुछ हद तक कम कर सकते हैं।
वैसे तो मुँहासों का होना आम बात है लेकिन अपने डायट, रोजमर्रा के आदतों और मेकअप करने के तरीकों में बदलाव लाने पर मुँहासों का आना कुछ हद तक कम कर सकते हैं।
दूध से बने चीजों का सेवन ना करें
ज्यादा मात्रा में दूध से बने उत्पाद (Product) को नहीं लेना चाहिए। क्योंकि भैंस या गाय के हार्मोन्स से चेहरे की तैल ग्रन्थी (Oily glands) से त्वगवसा (Sebum) का स्राव (Secretion) ज्यादा होने लगता है जिसकी वजह से मुँहासे (Acne) होने लगते हैं।
अगर आप मुँहासे (Acne) ठीक करना चाहते हैं तो मांस (Meat) तुरन्त लेना बंद कर देना चाहिए जैसे- चिकन, पोर्क, बीफ, यह सारी चीजे आप बहुत कम मात्रा में खा सकते हैं। केवल 1/6 भाग ही खा सकते हैं क्योंकि मांस (Meat) बहुत ज्यादा अम्लीय (Acidic) होता है । जो शरीर के पीएच लेवल को असंतुलित कर देता है और मांस में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है जिसको पचाने में काफी समय लग जाता है।
ज्यादा मात्रा में चीनी से बने उत्पाद (Product) तुरन्त नहीं खाने चाहिए क्योंकि यह त्वचा के मुँहासों में सूजन (Inflammation) कर देते हैं।
सन्तरा, अनार, मौसम्बी, कद्दू, शकरकन्द, पपीता, सेब, टमाटर, केला, नींबू आदि का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में विटामिन ‘ए’ और विटामिन ‘डी’ पाया जाता है जो त्वचा के मुँहासों को कम करते हैं और चेहरे को स्वस्थ बनाते हैं।
लौकी, तोरई, पालक, गाजर, आँवला, चुकन्दर आदि का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ‘बी’ व विटामिन ‘ई’ पाया जाता है।
नाश्ते में चीया के बीज खाने चाहिए क्योंकि यह शरीर के विषाक्त (Toxins) को बाहर निकालने का काम करती है।
मुंहासो के घरेलू उपायों (Gharelu upay for pimples in hindi) के अलावा मेकअप करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखें. ऐसा करने से दोबारा मुंहासे होने की संभावना कम हो जाती है.
तैलीय सौन्दर्य प्रसाधन (Oily Makeup) : चेहरे पर तैल जैसे बादाम का तैल (Almond Oil) आदि से बने हुए मेकअप का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि बादाम चेहरे के रोम छिद्र को बंद करने का काम करता है। जिसके कारण चेहरे में मुँहासे और होने लगते हैं।
एल्गेएक्स्ट्रैक्ट (Algaeextract)- यह कैमिकल मुख्यत एक सौन्दर्य प्रसाधन (Beauty Product) कन्सीलर में मिलता है इसका इस्तेमाल ज्यादा करने से चेहरे के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और कभी-कभी चेहरे की त्वचा पर खुजली और जलन करने लगते हैं।
सी-बटर (Shea butter)- यह मुख्यत त्वचा को कोमल व मुलायम बनाता है पर इसमें ज्यादा तैल (Oil) होने की वजह से त्वचा के रोम छिद्र को बंद कर देता है। इसका उपयोग मुख्यत रूखी त्वचा वालों को करना चाहिए।