Five ways to get success in life: किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है कि सबसे पहले अपना गोल या लक्ष्य तय करें। सफलता की राह में पहली सीढ़ी ही लक्ष्य सेट करना है। एक बार जब आप गोल सेट कर लेते हैं फिर उसके लिए काम करना शुरू करते हैं। हालांकि, कई लोग लक्ष्य तो आसानी से सेट कर लेते हैं, लेकिन जब उनके लिए काम करने की बात आती है तो अक्सर वो रास्ते से भटक जाते हैं। ऐसे में वो अपने गोल्स को पूरा नहीं कर पाते।
गोल्स न पूरा होने की एक सबसे बड़ी वजह यही होती है कि हम कई बार अपरिभाषित या अवास्तविक लक्ष्य तय कर लेते हैं। दरअसल, व्यक्ति जल्दी सफलता हासिल करने के लिए ऐसे गोल्स सेट कर लेते हैं जिन्हें पूरा करना वास्तविक नहीं होता और जब वो गोल्स पूरे नहीं होते तो लोग हताश और निराश हो जाते हैं। इससे व्यक्ति का कॉन्फिडेंस कम होता है।
अगर आप अपने लिए एक ही वक्त पर अलग-अलग गोल्स सेट कर रहे हैं तो मुमकिन है कि आप अपने किसी भी लक्ष्य पर फोकस न कर पाएं और कोई भी गोल अचीव न कर पाएं। जब आप एक साथ बहुत सी चीजों पर फोकस करते हैं, तो उस स्थिति में आप किसी भी चीज को प्राथमिकता नहीं दे पाते और आपके गोल्स अधूरे ही रह जाते हैं।
Five ways to get success in life: जब हम कोई गोल सेट करते हैं तो कुछ सोच कर ही करते हैं। उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए शुरुआत में तो हम उत्साहित होते हैं, मेहनत भी करते हैं, लेकिन जब थोड़ा वक्त गुजर जाता है तो हम उसमें अपनी रुचि खोने लगते हैं। अपने लक्ष्य में रुचि खोने का सबसे बड़ा कारण ये होता है कि हम ये भूलने लगते हैं कि हमने वो गोल क्यों सेट क्यों किया था, जब भी आप अपने लक्ष्य में रुचि खोने लगें तो इस बात को हमेशा याद करें कि आपने वो गोल क्यों सेट किया था।
किसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए अच्छी प्लानिंग होना बहुत जरूरी है। अगर आप किसी एक प्वाइंट से दूसरे प्वाइंट पर जाने का लक्ष्य रखते हैं तो उसके लिए प्लानिंग भी जरूरी है। प्लानिंग करते वक्त एक चीज जो ज्यादातर लोग नजरअंदाज करते हैं, वो है कि हम उन समस्याओं की बात ही नहीं करते जो हमारे लक्ष्य और हमारे बीच में आ सकती हैं। दरअसल, अच्छी प्लानिंग वही है जहां आप उन परेशानियों पर भी अपना ध्यान ले जाएं जो आपको गोल्स पूरा करने के वक्त फेस करनी पड़ सकती हैं।
गोल्स पूरे न होने का सबसे बड़ा कारण होता है कि हम अपने गोल्स को लेकर डेडलाइन तय नहीं करते हैं। जब आप गोल्स को लेकर डेडलाइन तय करते हैं तो आपको उन्हें पूरा करने का प्रेशर रहता है और आप तयशुदा समय में उन्हें पूरा भी करते हैं। वहीं, जब आप डेडलाइन सेट नहीं करते हैं तो आप अपने काम को जाने-अनजाने टालते रहते हैं। इस वजह से आप गोल्स पूरा करने से पीछे रह जाते हैं।