Gupt Navratri 2nd Day 2025

Gupt Navratri 2nd Day 2025 : गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन आज, इस विधि से करें मां तारा की आराधना, सुख समृध्दि में होगी वृध्दि

Gupt Navratri 2nd Day 2025 : गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन आज, इस विधि से करें मां तारा की आराधना, सुख समृद्धि में होगी वृद्धि

Edited By :  
Modified Date: January 31, 2025 / 04:11 PM IST
,
Published Date: January 31, 2025 4:11 pm IST

Gupt Navratri 2nd Day 2025 : हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही खास माना जाता है। मालूम हो कि नवरात्रि का व्रत साल में चार बार रखा जाता है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्रि को छोड़कर दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा गुप्त तरीके से की जाती है। ऐसे में इस बार गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से शुरू हो चुकी है। इस पूरे 9 दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी। इस दौरान देवी दुर्गा के अलग-अलग दिन अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। वहीं आज गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन है इस दिन मां दुर्गा के स्वरूप मां तारा की पूजा की जाती है।

Read More: Collector Par Hamla : रेत माफियाओं का आतंक.. निरीक्षण करने गए कलेक्टर पर किया हमला, जमकर बरसाए पत्थर 

बता दें कि, यह मां काली का ही एक स्वरूप मानी जाती हैं। देवी तारा की छवि अत्यंत उग्र और प्रभावशाली होती है। वे नर-मुंडों की माला धारण करती हैं और तंत्र साधना में इनकी पूजा का विशेष स्थान है। इन्हें मुक्ति प्रदान करने वाली देवी भी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार भगवान बुद्ध ने भी मां तारा की उपासना की थी। भगवान बुद्ध के अलावा भगवान श्री राम की गुरु पूज्य वशिष्ठ जी ने भी मां तारा की आराधना की थी। कहा जाता है कि, प्रकांड विद्वान रावण एवं महादेव भी मां तारा की शरण में गए थे।

Read More: Punjab Road Accident: तेज रफ्तार वैन ने कैंटर को मारी टक्कर, हादसे में 9 लोगों की दर्दनाक मौत, दर्जनों घायल 

कैसे करें मां तारा की आराधना

मां तारा की पूजा हमेशा रात के समय करनी चाहिए। मां तारा की पूजा हमेशा एकांत में करनी चाहिए। मां तारा को नीले रंग के वस्त्र और पुष्प अर्पित करें। मां तारा को आम का फल प्रसाद के रूप में चढ़ाएं।

Gupt Navratri 2nd Day 2025: मां तारा से जुड़ी जरूरी बातें: मां तारा को धन और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। मां तारा, दस महाविद्याओं में से दूसरी महाविद्या हैं। मां तारा, पार्वती का स्वरूप हैं। मां तारा की पूजा हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध धर्म में भी की जाती है।

Follow Us

Follow us on your favorite platform: