इंदौर: MPPSC CONTROVERSY, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग यानि एमपीपीएससी की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 रविवार को दो सत्र में आयोजित की गई। इस परीक्षा में इंदौर के एक केंद्र में गंभीर मामला सामने आया। यहां एक अभ्यर्थी को प्रश्न पत्र का लिफाफा खुला हुआ मिला। इस पर अभ्यर्थी ने आपत्ति भी दर्ज कराई। वहीं एक अभ्यर्थी के प्रश्न पत्र में पहले से ही निशान लगे हुए थे। इधर एमपीपीएससी ने भी मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
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MPPSC CONTROVERSY: राज्य सेवा परीक्षा 2025 का आयोजन रविवार को हुआ। इंदौर में इल्वा स्कूल में बने परीक्षा केंद्र पर मुनेंद्र सिंह नामक अभ्यर्थी को प्रश्न पत्र का लिफाफा खुला हुआ मिला। इस पर मुनेंद्र ने परीक्षा कक्ष में मौजूद अधिकारियों से आपत्ति भी दर्ज कराई। लेकिन अधिकारियों ने उन्हें पहले परीक्षा देने और परीक्षा के बाद मामले को देखने की बात कही। मुनेंद्र ने भी परीक्षा दी। बाद में अधिकारियों ने उनसे इस संबंध में आवेदन लिया। इतना ही नहीं इसी केंद्र के इन अन्य अभ्यर्थी के प्रश्न पत्र में कुछ प्रश्नों पर पहले से ही निशान लगे हुए मिले। इससे परीक्षा की गोपनीयता सवालों के घेरे में आ गई है।
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एमपीपीएससी हर बार राज्य सेवा परीक्षा में गड़बड़ी रोकने, गोपनीयता बरकरार रखने के तमाम दावे करता है, लेकिन कोई न कोई विवाद परीक्षाओं से जुड़ ही जाते हैं। फिलहाल इन मामलों के सामने आने के बाद आईबीसी 24 ने एमपीपीएससी के ओएसडी डॉ रवींद्र पंचभाई से बात की। उन्होंने बताया कि मामले की सूचना मिली है। परीक्षा केंद्र से विस्तृत जानकारी ली जा रही है। यदि सप्रमाण जानकारी आती है तो जांच की जाएगी।
बहरहाल एक बार फिर एमपीपीएससी परीक्षा विवादों में घिर गई है। देखना होगा एमपीपीएससी क्या कदम उठाता है।