Prayagraj Mahakumbh 2025: साल 1998 में घर से हुआ था लापता, अब महाकुंभ में 27 साल बाद इस हाल में मिला पति, देखकर पत्नी भी रह गई हैरान |

Prayagraj Mahakumbh 2025: साल 1998 में घर से हुआ था लापता, अब महाकुंभ में 27 साल बाद इस हाल में मिला पति, देखकर पत्नी भी रह गई हैरान

Prayagraj Mahakumbh 2025: साल 1998 में घर से हुआ था लापता, अब महाकुंभ में 27 साल बाद इस हाल में मिला पति, देखकर पत्नी भी रह गई हैरान

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Modified Date: January 30, 2025 / 02:38 PM IST
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Published Date: January 30, 2025 2:36 pm IST
HIGHLIGHTS
  • महाकुंभ में 27 साल बाद इस हाल में मिला पति
  • 1998 में घर से हुआ था लापता
  • झारखंड के एक परिवार का दावा

धनबाद: Prayagraj Mahakumbh 2025 झारखंड के एक परिवार ने बुधवार को दावा किया कि प्रयागराज में कुंभ मेले में उन्हें उनका खोया हुआ एक परिजन मिल गया है और इसके साथ ही 27 साल से जारी परिजन की तलाश अब समाप्त हो गई है। खोए हुए परिजन गंगासागर यादव अब 65 वर्ष के हैं और वह ‘अघोरी साधु’ बन गए हैं तथा अब उनका नाम बाबा राजकुमार है। उनके परिवार ने बताया कि 1998 में पटना की यात्रा के बाद गंगासागर लापता हो गए थे। उनकी पत्नी धनवा देवी ने अपने दो बेटों कमलेश और विमलेश की अकेले परवरिश की।

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Prayagraj Mahakumbh 2025 गंगासागर के छोटे भाई मुरली यादव ने कहा, ‘‘ हम उन्हें दोबारा देखने की उम्मीद खो चुके थे लेकिन कुंभ मेले में गए हमारे एक रिश्तेदार ने गंगासागर जैसे दिखने वाले एक व्यक्ति की तस्वीर ली और हमें भेजी। इसके बाद मैं, धनवा देवी और उनके दो बेटों के साथ कुंभ मेला पहुंचा।’’ मेले में पहुंचने पर परिवार का सामना बाबा राजकुमार से हुआ, लेकिन उन्होंने गंगासागर यादव के रूप में अपनी पूर्व पहचान स्वीकार करने से इनकार कर दिया।

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बाबा राजकुमार ने वाराणसी का साधु होने का दावा किया और उन्होंने तथा उनकी साध्वी साथी ने पूर्व के किसी भी संबंध से इनकार किया। हालांकि, परिवार अपने दावे पर अड़ा रहा क्योंकि बाबा राजकुमार पूरी तरह से गंगासागर यादव से मिलते जुलते हैं, यहां तक कि उनके माथे और घुटने पर चोट के हूबहू वैसे ही निशान मिले जो गंगासागर यादव के थे। मुरली यादव ने कहा, ‘‘हम कुंभ मेले के अंत तक इंतजार करेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो डीएनए परीक्षण पर जोर देंगे। यदि परीक्षण में परिणाम मेल नहीं खाते तो हम बाबा राजकुमार से माफी मांगेंगे।’’ इस बीच, परिवार के कुछ सदस्य घर लौट आए हैं जबकि अन्य अभी मेले में ही हैं और बाबा राजकुमार तथा साध्वी पर कड़ी नजर रख रहे हैं।

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गंगासागर यादव कौन हैं?

गंगासागर यादव वह व्यक्ति हैं, जो 1998 में पटना की यात्रा के बाद लापता हो गए थे। उन्हें हाल ही में कुंभ मेले में उनके परिवार ने ढूंढ़ लिया है, और अब वे 'बाबा राजकुमार' के नाम से जाने जाते हैं।

गंगासागर यादव को खोने के बाद उनके परिवार की क्या स्थिति थी?

गंगासागर यादव के लापता होने के बाद उनकी पत्नी धनवा देवी ने अपने दो बेटों की अकेले परवरिश की। उनका परिवार लंबे समय से उनके वापस आने का इंतजार कर रहा था।

कुंभ मेले में गंगासागर यादव के परिवार ने किससे मुलाकात की?

गंगासागर यादव के परिवार ने कुंभ मेले में एक व्यक्ति से मुलाकात की, जिसने दावा किया कि वह 'बाबा राजकुमार' है, जो गंगासागर यादव से बिल्कुल मिलता-जुलता था।

क्या गंगासागर यादव और बाबा राजकुमार के बीच कोई संबंध है?

गंगासागर यादव के परिवार का दावा है कि बाबा राजकुमार वही व्यक्ति हैं, लेकिन बाबा राजकुमार ने इस संबंध को स्वीकार करने से इनकार किया। परिवार का कहना है कि चोट के निशान और चेहरे की समानता से यह प्रमाणित होता है कि वे गंगासागर यादव ही हैं।
 
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