बिलासपुर: Bilaspur nikay chunav, कांग्रेस के पूर्व पार्षद और प्रत्याशी श्याम पटेल पार्टी से निष्कासित कर दिए गए हैं। उन्हे 6 वर्षों के लिए निष्कासित किए गए हैं। पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कार्रवाई हुई है। पार्षद प्रत्याशी बनाने के बाद नामांकन पत्र जमा नहीं किया था। निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त किया है। बताया जा रहा है कि भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए पार्टी ने इसे घोर धोखा माना है। जिसके बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्रवाई की है।
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नगर निगम के सियासी संग्राम के बीच बिलासपुर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वार्ड 13 पंडित दीनदयाल मंगला नगर के कांग्रेस प्रत्याशी श्याम पटेल का नामांकन निरस्त हो गया है। इसके साथ ही भाजपा के पार्षद प्रत्याशी रमेश पटेल निर्विरोध हो गए हैं। बताया जा रहा है, आरक्षित सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अपना जाति प्रमाण पत्र जमा नहीं कर पाए। इससे पहले इस सीट से आप प्रत्याशी नर्मदा पटेल का नामांकन भी आयोग के निहर्रित सूची में होने के कारण निरस्त किया गया था।
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Bilaspur nikay chunav दरअसल, नगर निगम के ओबीसी आरक्षित वार्ड 13 पंडित दीनदयाल मंगला नगर से पार्षद पद के लिए तीन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था। जिसमें कांग्रेस से श्याम पटेल, भाजपा से रमेश पटेल और आप से नर्मदा पटेल शामिल थे। स्कूटनी में दस्तावेजों के जांच और आपत्ति पर सुनवाई करते हुए निर्वाचन ने दो प्रत्याशियों के नामांकन को निरस्त कर दिया। इसमें आम आदमी पार्टी प्रत्याशी नर्मदा पटेल का नाम आयोग के निहर्रित सूची में होने और कांग्रेस पार्षद श्याम पटेल का जाति प्रमाण पत्र जमा नहीं होने के कारण निरस्त किया गया। इसके साथ ही भाजपा पार्षद प्रत्याशी रमेश पटेल निर्विरोध हो गए हैं। भाजपा इसे बिलासपुर नगर निगम के जीत के आगाज से जोड़कर देख रही है। भाजपा नेताओं का कहना है, चुनाव के अंतिम परिणाम के बाद पूरे शहर में कांग्रेस का यही हाल होगा। निगम में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा।
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