Privatization Of Public Sector Banks: देश मे केंद्रीय बजट पेश होने में मात्र 3 हप्ते बांकी रह गए हैं। 2023-24 बजट के पहले मार्केट में तेजी से यह अफवाह दौड़ रही है कि जल्द ही कुछ बैंक को प्राइवेट कर दिया जाएगा। अफवाह में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को प्राइवेटाइज करने की बात की जा रही है। लेकिन इस विषय पर नीति आयोज द्वारा सफाइ प्रस्तुत की गई है।
आयोग ने कहा, “सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण से जुड़ी नीति आयोग की ओर से साझा की गई सूची के संबंध में मीडिया में एक मनगढ़ंत संदेश प्रसारित किया जा रहा है। यह सूचित किया जाता है कि नीति आयोग ने ऐसी कोई सूची, जैसा कि उल्लेख किया जा रहा है, किसी भी रूप में साझा नहीं की है।”
Several media reports claim that a list has been shared by Niti Aayog on the privatization of Public Sector Banks#PIBFactCheck
▶️This claim is #Fake
▶️No such list has been shared by @NITIAayog in any form.
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 6, 2023
दरअसल, बैंकों के निजीकरण की खबर ऐसे प्रसारित की गई थी कि सरकार एसबीआई और पीएनबी जैसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करने जा रही है।नीति आयोग ने मार्च 2021 की अपनी सिफारिश में पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक, इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ निजीकरण सूची से बाहर रखने को कहा था। पिछले साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में दो सरकारी बैंकों और एक सामान्य बीमा कंपनी के निजीकरण की बात कही थी।
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