भोपाल। National Parks of Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश में कई सुंदर और विविध वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं। जंगलों, घास के मैदानों और नदी के पारिस्थितिक तंत्र के विशाल विस्तार के साथ, उद्यान प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीवों के प्रति रुचि रखने वालों के लिए एक खूबसूरत स्थान है। भारत में वनस्पतियों और जीवों की कुछ दुर्लभ प्रजातियों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों में आने वाले पर्यटक कई प्रकार की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं, जैसे सफारी पर्यटन से लेकर ट्रेकिंग, बर्ड वाचिंग और फोटोग्राफी। मध्य प्रदेश के 5 सबसे बड़े और प्रसिद्ध नेशनल पार्क के बारे में जानें…
1. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के मंडला और बालाघाट जिलों में स्थित है। यह भारत के सबसे पुराने और सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है, वर्तमान में कान्हा क्षेत्र को दो अभयारण्यों में विभाजित किया गया है, हॉलन और बंजार।
कान्हा नेशनल पार्क 1 जून 1955 को बनाया गया था और 1973 में कान्हा टाइगर रिजर्व बनाया गया था। आज यह दो जिलों मंडला और बालाघाट में 940 किमी 2 कि.मी. क्षेत्र में फैला है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में बाघ, तेंदुआ, चीता, हाथी, और कई अन्य वन्यजीव पाए जाते हैं।
2. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान भारत के प्रसिद्ध बाघ निवासों में से एक है, जिसमें 75 से अधिक बाघ हैं । बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्य भारत में मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है। बांधवगढ़ टाइगर रिचर्व 1100 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसका मुख्य भाग लगभग 448 वर्ग किलोमीटर है और अपने बाघ अभयारण्य के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।यहां बाघों का घनत्व बहुत ज़्यादा है। यहां बाघों के अलावा तेंदुआ, चीता, हाथी, और कई अन्य वन्यजीव पाए जाते हैं। बांधवगढ़ का मतलब है ‘भाई का किला’ पौराणिक कथाओं के मुताबिक, भगवान राम ने रावण को हराने और लंका से लौटने पर अपने भाई लक्ष्मण को यह किला उपहार में दिया था।
3. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान भारत में मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिलों में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। 1981 में एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया इस उद्यान का क्षेत्रफल 542.67 वर्ग किलोमीटर है। यह बाघ अभयारण्य के लिए प्रसिद्ध है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में बाघ, तेंदुआ, चीता, भालू, हिरण, हाथी, और कई अन्य वन्यजीव पाए जाते हैं। यह राष्ट्रीय उद्यान दुनिया भर से आने वाले वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहा है
4. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश के होशंगाबाद ज़िले में स्थित है। यह 524 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह पचमढ़ी बायोस्फ़ियर रिजर्व का हिस्सा है। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, अपनी समृद्ध जैव विविधता और विविध स्थलाकृति के लिए जाना जाता है। यह पार्क, 1981 में स्थापित किया गया था।
यहां बाघ, तेंदुआ, भारतीय भालू, मालाबार गिलहरी, जंगली सूअर, जंगली कुत्ता, सुस्त भालू, साही, सांभर, बारहसिंगा, चार सींग वाले मृग, पैंगोलिन, दलदली मगरमच्छ, लंगूर जैसी कई प्रजातियां पाई जाती हैं यहां कई पारिस्थितिकी पर्यटन गतिविधियां की जा सकती है
5. वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित है। यह 4.45 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। उद्यान की स्थापना 1983 में हुई थी और यह मुख्य रूप से शहरी वन्यजीवों के संरक्षण के लिए जाना जाता है।
वनविहार में विभिन्न प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं, जैसे कि चीतल, सांभर, नीलगाय, और कई प्रकार के पक्षी। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य, हरे-भरे जंगल और झीलें इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाते हैं। यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीवों के प्रति रुचि रखने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है।
मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों में कान्हा राष्ट्रीय उद्यान सबसे प्रसिद्ध है, जो बाघों और अन्य वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है। यह उद्यान अपनी विविधता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है।
हां, मध्य प्रदेश के कई राष्ट्रीय उद्यान, जैसे बांधवगढ़ और कान्हा, बाघों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन उद्यानों में बाघों का घनत्व बहुत ज़्यादा है, और यहां बाघों को देखना एक सामान्य अनुभव है।
मध्य प्रदेश के अधिकांश राष्ट्रीय उद्यानों में सफारी पर्यटन की सुविधा है, जैसे कि कान्हा, बांधवगढ़ और पन्ना। पर्यटक जीप सफारी या बैलगाड़ी सफारी का आनंद ले सकते हैं, जो वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का एक शानदार तरीका है।
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान बर्ड वॉचिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां विभिन्न प्रकार के पक्षी प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं, जैसे कि ग्रेट इन्डियन बस्टर्ड, किंगफिशर और अन्य पक्षी जो इन क्षेत्रों में रहते हैं।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में स्थित एक शहरी उद्यान है, जो मुख्य रूप से शहरी वन्यजीवों के संरक्षण के लिए जाना जाता है। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है, जहां वे चीतल, सांभर, नीलगाय और विभिन्न पक्षियों को देख सकते हैं।