#IBC24MINDSUMMIT

#IBC24MINDSUMMIT: घरेलू मामलों में पति ही लेते हैं निर्णायक फैसले, क्या महिलाएं कभी निर्णायक फैसले ले सकती हैं? कृष्णा गौर ने कह दी बड़ी बात

#IBC24MINDSUMMIT: घरेलू मामलों में पति ही लेते हैं निर्णायक फैसले, क्या महिलाएं कभी निर्णायक फैसले ले सकती हैं? कृष्णा गौर ने कह दी बड़ी बात

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Modified Date: December 7, 2024 / 04:28 PM IST
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Published Date: December 7, 2024 4:21 pm IST

भोपाल।#IBC24MINDSUMMIT: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार यानी आज देश की दिग्गज हस्तियां मध्यप्रदेश के सरोकार से जुड़े विषयों पर अपनी राय जाहिर करने के लिए एक मंच पर आ रही हैं। ये मंच मुहैया करा रहा है मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद चैनल IBC24। ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ नाम के इस आयोजन में राजनीति, धर्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल जगत से जुड़ी हस्तियां समस्याओं के कारणों को उजागर करने के साथ ही उसके समाधान के लिए सुझाव भी देंगी।

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माइंड समिट-पाथ टू प्रोग्रेस’ के सेशन में मंत्री कृष्णा गौर से सवाल किया गया कि, घरेलू मामलों में पति ही निर्णायक फैसले लेते हैं। क्या महिलाएं निर्णायक भूमिका में आ पाई हैं? इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि,हमारे देश की प्रकृति ही इस प्रकार थी कि,हमेशा महिलाएं परिवार की सहमति से ही आगे बढ़ती है। तो स्वाभाविक रूप से राजनीति में आने का निर्णय होता है तो वे परिवार के सहमित से ही आगे बढ़ती है। लेकिन एक बार सार्वजनिक जीवन में अवसर मिलते हैं तो वो फैसले वो खुद लेती है। किसी पर निर्भर नहीं रहती है तो वो आत्मविश्वास उनके अंदर आ जाता है। तो यह बात कहना बिल्कुल गलत है।

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#IBC24MINDSUMMIT: माइंड समिट-पाथ टू प्रोग्रेस’ के सेशन में  एंकर रचना नीतेश ने मंत्री कृष्णा गौर से पूछा कि, गैर राजनीतिक परिवारों से जो आते हैं उन्हें राजनीतिक में एंट्री लेने में दिक्कत होती है? इस पर जवाब देते हुए मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि, ऐसे बिलकुल नहीं है। चाहें राजनीतिक परिवार से हो या गैर राजनीतिक परिवार से हो सभी को अपना परफॉर्मेंस दिखाना होता है। वहीं जनता के बीच में जिसकी स्वीकार्यता होती है उसे आगे बढ़ने का मौका मिलता है। तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि, राजनीतिक से जुड़े परिवार को ही मौका मिलता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, व्यक्ति में अपनी प्रतिभा, अपनी क्षमता होती है। अवसर सबको मिलते है।