भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 1800 करोड़ से ज्यादा रुपयों का 908 किलो ड्रग्स बरामद किया गया है और एमपी के भोपाल में ये एक्शन लिया है गुजरात ATS और NCB ने यानी मप्र में नशे के काले कारोबार को लेकर एक और बड़ा भंडाफोड़ और 4 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है, लेकिन इनमें से एक आरोपी की तस्वीर बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं के साथ नजर आई यानी आरोपियों के पॉलिटिकल लिंक्स होने के आरोप भी लग रहे हैं। नशे के इस खेल में क्या वाकई सियासी चेहरे शामिल हैं ? सवाल ये है कि बिना किसी सिस्टम के संरक्षण के बगैर क्या इतना बड़ा सिंडिकेट फल-फूल सकता है ?
मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के साथ खड़े इस शख्स ने पूरी बीजेपी को मुसीबत में डाल दिया है, क्योंकि इसी तस्वीर के जरिए पूरी कांग्रेस बीजेपी सरकार को 1800 करोड़ के ड्रग माफियाओं को सरंक्षण देने के गंभीर आरोप लगा रही है। दरअसल भोपाल की फैक्ट्री में बन रहे 908 किलो ड्रग्स पकड़ाने के बाद कांग्रेस ये कह रही है कि मध्यप्रदेश में जितने भी माफिया हैं वो बीजेपी सरकार की ही सरपरस्ती में अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं अगर ऐसा नहीं होता तो भोपाल में कैसे 1800 करोड़ रुपए की ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ में आती प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज बीजेपी नेताओं के साथ ड्रग्स माफियों की तस्वीरों के जरिए मोहन सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।
कांग्रेस अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से एमपी के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का इस्तीफा मांग रही है। इधर लॉ एंड ऑर्डर पर प्रशासन को घेरने के लिए NSUI ने कमिश्नर को चूड़ियां भेंट करने के लिए प्रदर्शन भी किया। उधर भोपाल से ड्रग्स की फैक्ट्री के खुलासे पर दिग्विजय सिंह एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा कृषि मंत्री शिवराज सिंह पर जमकर बरसे हैं। दिग्गी राजा ने एक्स पर लिखा, मैं गुजरात पुलिस और केंद्र सरकार को बधाई देता हूं। अब अफीम गांजे का जमाना गया,MDXX कैप्सूल जो पूर देश में RAVE PARTIES के दौरान खुले तौर पर ली जा रही है। मैं बताना चाहता हूं कि शिवराज सिंह चौहान की पुलिस जो आज भी बैठी है उसे सब जानकारी है। केवल हफ्ता वसूली चालू थी जो मुर्गी सोने का अंडा देती है उसे कौन मारेगा ?
Face To Face Madhya Pradesh: इधर बीजेपी ने मामले में सफाई दी वीडी शर्मा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के नाते ये कह रहे हैं कि ड्रग्स तस्करी मामले में पकड़ा गया चौथा आरोपी हरीश आंजना बीजेपी का कार्यकर्ता नहीं है। साथ ही वीडी शर्मा ने ये भी कहा कि गुजरात ATS ने मप्र को नहीं बताया यह किसने कहा?जाहिर है मध्यप्रदेश में अब तक नशे के सौदागरो कें खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई कभी नहीं हुई। गुजरात ATS और NCB के इस ऑपरेशन ने एमपी पुलिस की पुलिसिंग पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस की घेराबंदी सियासी लिहाज से वाजिब भी है, क्योंकि गृह विभाग की कमान खुद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पास है। खैर कांग्रेस इस मामले को दिल्ली तक ले जाने की तैयारी में है, क्योंकि ड्रग माफिया के सिंडिकेट का हेडक्वार्टर गुजरात है।