नई दिल्लीः विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मच्छर जनित बीमारी के रोकथाम के लिए दुनिया के पहले टीके RTS,S/AS01 (RTS,S) को मंजूरी दे दी है। घाना, केन्या और मलावी में 2019 से चल रहे एक पायलट प्रोग्राम के बाद इस टीके को डब्ल्यूएचओ ने मंजूरी दी है। इस देश में इस वैक्सीन की 20 लाख से अधिक खुराक दी गई थीं। जिसके सफलता के बाद डब्ल्यूएचओ ने इसके इस्तेमाल की सिफारिश की है।
WHO recommends widespread use of the RTS,S/AS01 (RTS,S) malaria vaccine among children in sub-Saharan Africa and in other regions with moderate to high P.falciparum malaria transmission, based on results from an ongoing pilot programme in Ghana, Kenya and Malawi pic.twitter.com/rytJyVXzlj
— ANI (@ANI) October 6, 2021
डब्ल्यूएचओ के ग्लोबल मलेरिया प्रोग्राम के निदेशक पेड्रो अलोंसो ने कहा कि ‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक बड़ी सफलता है।’ यह टीका प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम के खिलाफ काम करता है, जो पांच परजीवी प्रजातियों में से एक और सबसे घातक है।
यह पैरासाइट की स्पोरोजॉइट स्टेज पर ही हमला करता है। वैक्सीन में वही प्रोटीन लगाया गया है जो पैरासाइट में उस स्टेज पर लगा होता है। इम्यून सिस्टम इस प्रोटीन को पहचानता है और शरीर में प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है। Mosquirix को 1980 के दशक में बेल्जियम में SmithKline-RIT की टीम ने बनाया था जो अब GlaxoSmithKline (GSK) का हिस्सा है।