World Osteoporosis Day: नई दिल्ली। बोन हेल्थ में न्यूट्रिशन का रोल काफी महत्वपूर्ण है। पोषक तत्वों, खनिजों और विटामिनों से भरपूर बैलेंस डाइट फॉलो करने से हड्डियों में मजबूती और जान भर्ती है। हड्डियों की क्वालिटी, फ्रैक्चर का खतरा और फ्रैक्चर से रिकवर होने में न्यूट्रिशन का स्टेटस काफी महत्वपूर्ण है।
कैल्शियम हड्डी का एक जरूरी तत्व है, इसका लेवल बोन मिनरल डेंसिटी (बीएमडी) और फ्रैक्चर के खतरे व हड्डी के उपचार पर असर डालता है। एडल्ट्स को प्रतिदिन 1000-1200 मिलीग्राम कैल्शियम मिलना चाहिए। दूध, दही, पनीर, ब्रोकली, शलजम या कोलार्ड साग, केल, बोक चॉय, सोया, बीन्स, हड्डियों के साथ डिब्बाबंद ट्यूना या सैल्मन, बादाम का दूध और फोर्टिफाइड अनाज या जूस इसके बढ़िया सोर्स हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस, एक ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डियां अंदर से खोखली होने लगती हैं। होता ये है कि हड्डियों का भार कम होने लगता है और इसका जोड़ खुलने लगता है। सारी हड्डियां अंदर से कमजोर हो जाती हैं और फिर अचानक से कभी भी टूट सकती है। इसे ऐसे ही समझें जैसे कि कमजोर इमारत अचानक से ढह जाए। इसलिए इस बीमारी में दो बातों का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाता है। पहला बॉडी मास इंडेक्स (BMI) और दूसरा हड्डी का द्रव्यमान। अब ध्यान देने वाली बात ये है कि शरीर में कुछ विटामिन की कमी इसका कारण बन सकती है।
विटामिन K विभिन्न प्रकार के प्रोटीन बनाने में मदद करता है जो हड्डियों के निर्माण के लिए जरूरी है। ओस्टियोकैल्सिन एक प्रोटीन है जो स्वस्थ हड्डी के टिशूज का उत्पादन करने के लिए जरूरी है। यानी कि आपकी हड्डियों का जो ढांचा है उससे बुनने और बनाए रखने में यही प्रोटीन काम करता है और इस प्रोटीन के लिए शरीर को विटामिन के की जरूरत होती है। इस प्रकार से ये बोन मास को हेल्दी बनाए रखने में मददगार है।
World Osteoporosis Day: विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा ज्यादा होता है। दरअसल, विटामिन डी की कमी हड्डियों को अंदर से जर्जर कर सकती है क्योंकि इसके बिना कैल्शियम का सही से अवशोषण नहीं हो पाता है। विटामिन डी हड्डी के होमियोस्टैसिस के लिए जरूरी है और इसकी कमी ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती है। इसलिए हड्डी का द्रव्यमान बढ़ाने और इस बीमारी से बचने के लिए विटामिन डी बेहद जरूरी है।
विटामिन के पत्तेदार साग, फलियां और सब्जियों के साथ अंडे की जर्दी, कलेजी और पनीर में पाया जाता है। तो, विटामिन डी के लिए आप मशरूम, दूध और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं। तो, डाइट में इन चीजों को शामिल करें और इन विटामिन की कमी से बचें। इसके अलावा इस बीमारी का लक्षण दिखते ही सतर्क हो जाएं और डॉक्टर से बात करें।
Disclaimer- ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।