चंडीगढ़: Rao Inderjit Singh denies reports of rebellion केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ उनके बगावत करने की खबरों को रविवार को खारिज किया और कहा कि वह अपनी पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं।
सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कुछ चैनल पर निराधार खबरें चलाई जा रही हैं, जिनमें मुझे नौ विधायकों के साथ बगावती दिखाया जा रहा है। यह सब तथ्यहीन, निराधार खबर है। मैं और मेरे सभी साथी विधायक भारतीय जनता पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं।’’
हाल में संपन्न हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीट जीतकर अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जो कांग्रेस द्वारा जीती गईं सीट से 11 अधिक है। वहीं, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे दलों का सफाया हो गया और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को सिर्फ दो सीट मिलीं। तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की।
हरियाणा में नयी भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को पंचकूला में होगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे।
गौरतलब है कि अहीरवाल क्षेत्र की ग्यारह में से दस सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की।
दक्षिण हरियाणा से जीतने वालों में राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव भी शामिल हैं, जिन्होंने अटेली क्षेत्र से जीत दर्ज की। अहीरवाल क्षेत्र से जीतने वाले ज्यादातर अन्य उम्मीदवार गुरुग्राम से लोकसभा सदस्य राव इंद्रजीत सिंह के करीबी माने जाते हैं।
पिछले महीने चुनाव प्रचार के दौरान एक पत्रकार ने पूछा था कि क्या वह हरियाणा का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, तो राव इंद्रजीत सिंह ने कहा था कि यह उनकी नहीं, बल्कि लोगों की इच्छा है कि वह मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने कहा, ‘‘आज भी लोग चाहते हैं कि मैं (राव) मुख्यमंत्री बनूं।’’
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राव इंद्रजीत सिंह दक्षिणी हरियाणा के अहीर समुदाय से आने वाले एक प्रमुख नेता हैं और दशकों से उस क्षेत्र का चेहरा रहे हैं।
वह छठी बार लोकसभा सदस्य चुने गए हैं, जिनमें से तीन बार वह भाजपा के सदस्य रहे हैं। सिंह को पिछले कई वर्षों से अहीरों का अटूट समर्थन प्राप्त है। 2014 के आम चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने से पहले सिंह कांग्रेस में थे और गुरुग्राम से सांसद थे।