Ganesh Chaturthi 2023: आज से 10 दिवसीय गणेश उत्सव आरंभ हो चुका है। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। यह मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को भगवान गणेश के जन्म दिन के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। अगर आप गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने के साथ इन मंत्रों का जाप करेंगे तो आपको सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी और हर मनोकामना पूरी होगी। आइए जानते हैं गणेश मंत्र और स्तुति के बारे में।
गणेश मंत्र
वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ निर्विघ्नम कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।।
ॐ गं गणपतये नम:।
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा।
ॐ वक्रतुंडा हुं।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
सिद्ध लक्ष्मी मनोरहप्रियाय नमः।
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।
गणेश स्तुति
गाइए गणपति जगवंदन।
शंकर सुवन भवानी के नंदन।।
गाइए गणपति जगवंदन
सिद्धी सदन गजवदन विनायक।
कृपा सिंधु सुंदर सब लायक।।
गाइए गणपति जगवंदन.
मोदक प्रिय मृद मंगल दाता।
विद्या बारिधि बुद्धि विधाता।।
गाइए गणपति जगवंदन.
मांगत तुलसीदास कर जोरे।
बसहिं रामसिय मानस मोरे।।
गाइए गणपति जगवंदन।।