Ganesh Chaturthi Puja Vidhi: नई दिल्ली। हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व होता है जो कि हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन मनाई जाती है। परंपरा के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन से ही गणेश महोत्सव की शुरुआत होती है। इस दौरान लोग अपने घरों में गणेश जी की स्थापना करते हैं और 10 दिनों तक विधि-विधान से उनका पूजन करते हैं।
गणेश चतुर्थी पर सुबह-सुबह स्नानादि करने के बाद भगवान गणेश की पूजा करें। इस दिन पीले रंग के साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें। इसके बाद भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करें। गणपति का गंगाजल से अभिषेक करें और उन्हें अक्षत, फूल, दूर्वा घास, मोदक आदि करें। भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगाएं और उनकी आरती उतारें। इस दिन गणेश के मंत्रों का जाप करना भी बहुत उत्तम माना जाता है। इसके साथ ही आज पूजा में इन खास चीजों के शामिल करने से भगवान गणेश की कृपा आपके परिवार पर हमेशा बरसेगी।
हिंदू धर्म में नीम की पत्तियों को भी शुभ माना गया है। कहते हैं कि शनि देव को क्रोध को कम करने के लिए नीम के लकड़ी से हवन करना चाहिए। इससे वे प्रसन्न होते हैं और जातकों पर विशेष कृपा बरसाते हैं। कहते हैं कि गमेश जी के पास नीम की पत्तियां रखने से घर में नकारत्मकता नष्ट हो जाती है। साथ ही, सदस्यों में आपसी प्रेम और विश्वास की बढ़ोतरी होती है।
वास्तु शास्त्र में आम के पत्तों का विशेष महत्व बताया गया है। आम की पत्तियां घर में लटकाने से सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है। कहते हैं कि बाहर से आने वाली हवा घर में घुसते समय आम की पत्तियों को छूती हुई अंदर आती है, तो वे सकारात्मक ऊर्जा साथ लाती है। कहते हैं कि गणेश जी की मूर्ति के आसापस आम के पत्ते रखने से आय के साधनों में कमी नहीं आती. साथ ही, घर में धन-धान्य बना रहता है।
इसके अलावा भगवान गणेश की पूजा करते समय आपको उनकी कुछ खास चीजों का ध्यान रखना होगा। हिंदू शास्त्रों के अनुसार इन खास चीजों के बिना गणेश चतुर्थी की पूजा अधूरी मानी जाती है। विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करने के लिए गंगाजल, धूप, दीप, कपूर, मूर्ति स्थापित करने के लिए चौकी, लाल रंग का कपड़ा, दूर्वा, जनेऊ, रोली, कलश, मोदक, फल, सुपारी, लड्डू, मौली, पंचामृत, लाल चंदन, पंचमेवा इत्यादि शामिल करें।