नई दिल्ली : Ganesh Chaturthi 2022: पूरे देश में आज से गणेश चतुर्थी की शुरुआत धूम-धाम से हो रही है। सभी लोग अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना करेंगे। लोग मूर्ति स्थापना के मुहूर्त को लेकर असमंजस में हैं। आज गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए 6 शुभ मुहूर्त बन रहे है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश का जन्म हुआ था। इसलिए हर साल इस तिथि पर गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 31 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा।
इस दिन भगवान श्रीगणेश की विशेष पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी को सिद्धिविनायक और वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान, उपवास और दान करने से हर कामना पूरी हो सकती है।
आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त :-
सुबह 06.10 से 09.18 तक
सुबह 10.53 से दोपहर 12.27 तक
दोपहर 03.36 से शाम 06.44 तक
रात 08.10 से 09.36 तक
दोपहर 11.53 से 02.12 तक
शाम 05.59 से 07.27 तक
Ganesh Chaturthi 2022: 1. 31 अगस्त की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत-पूजा का संकल्प लें। घर में किसी साफ स्थान पर गंगा जल या गौमूत्र छिड़कर उसे पवित्र करें।
2. अपनी इच्छा अनुसार धातु या मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाकर गणेशजी को तिलक करें।
3. इसके बाद एक-एक करके सभी पूजन सामग्री जैसे- अबीर, गुलाल, कुंकुम, हल्दी, रोली, इत्र, पान, इलाइची, लौंग आदि चीजें चढ़ाते रहें।
4. इस दौरान ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप भी करते रहें। इसके बाद भगवान श्रीगणेश को हल्दी लगी हुई दूर्वा चढ़ाएं।
5. सबसे अंत में अपनी इच्छा अनुसार श्रीगणेश को भोग लगाएं और कर्पूर आरती करें।
इस तरह पूजा करने से भगवान श्रीगणेश अति प्रसन्न होते हैं।
Ganesh Chaturthi 2022: पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, इस बार गणेश चतुर्थी पर लंबोदर, वीणा, वरिष्ठ, उभयचरी और अमला नाम के 5 राजयोग बन रहे हैं। इन्हीं की साक्षी में गणेश स्थापना होगी। साथ ही इस दिन सूर्य, बुध, गुरु और शनि ग्रह अपनी-अपनी स्वराशि में रहेंगे। गणेश चतुर्थी के दौरान ग्रहों का ऐसा संयोग पिछले 300 सालों में ऐसा नहीं बना।