Aaj Tak Fact Check: उत्तर प्रदेश। लोकसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें गोद में बच्चा लिए एक आदमी पर पुलिस लाठियां मारती दिखी। वीडियो की सच्चाई जानने के लिए आईबीसी 24 ने फैक्ट चेक किया।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में चौथे चरण के लिए 13 मई को वोटिंग हुई थी, जिसमें कानपुर समेत उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान हुआ था। ऐसे में सामने आए पुलिस बर्बरता के इस वीडियो को लेकर लोग प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “#कानपुर: साहेब बच्चे को लग जाएगी, बच्चे को लग जाएगी साहब… पुलिस की मार खाता ये व्यक्ति चीखता रहा, लेकिन खाकी के नशे में चूर इन पुलिस वालों ने एक ना सुनी। अगर बच्चे को कुछ हों जाता तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता। #loksabhachunav2024”
वायरल वीडियो में आप देखेंगे की किसी इमारत के सामने गोद में बच्चा लिए एक शख्स पर पुलिस लाठियां बरसा रही है। ये आदमी बार-बार बोल रहा है कि बच्चे को चोट लग जाएगी, लेकिन पुलिसकर्मी उसकी एक नहीं सुन रहे। इतना ही नहीं रोते-बिलखते इस बच्चे को पुलिस ने छीनने की भी कोशिश की। लेकिन, जैसे-तैसे बच्चे के साथ वहां से भागने में सफल हो गया।
Fact Check : जब फेक्ट चेक संस्था आज तक ने चुनाव से जोड़ रहे इस वीडियो का फेक्ट चेक किया तो पाया की ये वीडियो ढाई साल पुराना है। ये वीडियो न तो हालिया है, और न ही इसका लोकसभा चुनाव से कोई लेना-देना है। दरअसल, साल 2021 में कानपुर के एक अस्पताल के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हुए पुलिस एक्शन का पुराना वीडियो है। वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के एक ट्वीट में मिला, जिसमें इस वीडियो को 9 दिसंबर 2021 को शेयर किया गया था। वहीं, इसके जवाब में कानपुर देहात पुलिस का भी एक ट्वीट मिला, जिसमें इस घटना के बारे में जानकारी दी गई है कि ये घटना 9 दिसंबर 2021 को कानपुर देहात के अकबरपुर इलाके में हुई थी।
पुलिस के अनुसार, अकबरपुर क्षेत्र के जिला अस्पताल में काम करने वाले चौथी श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ला ने 100-150 लोगों के साथ अस्पताल में अराजकता फैलाई थी। इन लोगों ने अस्पताल का ओपीडी बंद कर, मरीजों और अस्पताल वालों के साथ अभद्रता की थी। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बल प्रयोग करते हुए उपद्रवियों पर एक्शन लिया। उस वक्त कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने इस घटना के संबंध में 10 दिसंबर 2021 को एक वीडियो जारी किया था।वहीं, मामले में पुलिस की असंवेदनशीलता को देखते हुए थाना अध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा को निलंबित भी किया गया था।
(This story was originally published by aajtak.in Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by IBC24.in staff)
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- Fact Check: झूठ
झूठ
Fact Check By
Bhavna Sahu
Fact Recheck By
Anil Kumar Shukla