Varanasi EVM Video Viral : इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को एक वाहन में ले जाते हुए दिखाने वाला एक वीडियो इस झूठे दावे के साथ ऑनलाइन वायरल है कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मौजूदा लोकसभा चुनावों के दौरान ईवीएम धोखाधड़ी में संलग्न दिखाता है। फैक्टचेक में पाया कि दावे झूठे हैं, वीडियो 2022 का है और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान लिया गया था; इसका वर्तमान लोकसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
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Varanasi EVM Video Viral : वीडियो में दिखाया गया है कि एक टेम्पो के पीछे से कई ईवीएम बरामद की जा रही हैं और उसके आसपास भारी भीड़ है। इसे एक्स पर एक व्यंग्यपूर्ण कैप्शन के साथ साझा किया जा रहा है जिसमें लिखा है, “ईवीएम जिंदाबाद”
बता दें कि वीडियो 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले लिया गया था और इसमें समाजवादी पार्टी के सदस्यों को पहाड़िया मंडी, वाराणसी में ईवीएम से भरा एक टेम्पो पकड़ते हुए दिखाया गया है। वायरल वीडियो में बताई गई जगह पहाड़िया मंडी से सुराग लेते हुए हमने मूल वीडियो के लिए हिंदी में कीवर्ड सर्च किया। इससे हमें 9 मार्च, 2022 को यूट्यूब पर साझा की गई नवभारत टाइम्स की एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था ‘सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पहड़िया मंडी में मिली ईवीएम को लेकर अराजकता, जांच में हुआ ये खुलासा’
वीडियो के विवरण में विस्तार से बताया गया है कि कैसे सपा कार्यकर्ताओं को टेम्पो में ईवीएम मिलीं और आरोप लगाया कि उन्हें बदला जा रहा है। इस घटना पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संबोधित किया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईवीएम में धांधली के आरोप को लेकर 8 मार्च 2022 की रात 5,000 से ज्यादा सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ पहड़िया मंडी स्थित स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर जमा हो गई। जोनल सहायक पुलिस महानिदेशालय की गाड़ी पर भी पथराव किया गया। 300 से ज्यादा लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास और सरकारी काम में बाधा डालने समेत 16 गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
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झूठ
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Shyam Dwivedi
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