Fact CheckerBOOM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं, जहां सातवें चरण के तहत एक जून को मतदान होना है। इसी से जुड़ा एक वीडियो क्लिप पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें दोनों को काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करते हुए देखा जा सकता है। वहीं ऐसा दावा किया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन के विजुअल को दिखाने के लिए योगी आदित्यनाथ के चेहरे को एडिट कर छिपा दिया गया।
Fact CheckerBOOM: लगभग 6 सेकंड के इस वीडियो पर हमने पाया कि ‘हिंदी खबर डिजिटल’ का लोगो था। वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हम हिंदी खबर के यूट्यूब चैनल पर गए। पर हमें वहां इससे संबंधित कोई वीडियो नहीं मिला। आगे हमने वीडियो के लिए ‘हिंदी खबर’ के सोशल मीडिया हैंडल्स की पड़ताल की। इस दौरान उनके आधिकारिक एक्स अकाउंट पर इससे संबंधित एक पोस्ट मिला। इस पोस्ट में मूल वीडियो के साथ-साथ ऐसे विजुअल्स भी शेयर किए गए थे जिसमें सीएम योगी का चेहरा साफ देखा जा सकता हो।
पोस्ट में ‘हिंदी खबर’ ने सुप्रिया श्रीनेत के दावे का खंडन करते हुए लिखा, ‘संदर्भित क्लिप न्यूज एजेंसी एएनआई के बड़े आकार के लोगों के साथ थी। हिंदी खबर डिजिटल के एक ट्रेनी पत्रकार ने इसी लोगो को ब्लर किया था योगी जी के चेहर को नहीं।’ इस पोस्ट में यह भी बताया गया कि लगभग 4 मिनट 40 सेकंड के इस वीडियो के 5 सेकंड को काटकर शेयर किया जा रहा है, जबकि पूरे वीडियो में कई बार प्रधानमंत्री मोदी के साथ सीएम योगी को पूजा करते देखा जा सकता है।
एक महंत को चौखट पर बिठा कर उनका चेहरा भी ब्लर कर दिया गया
एडवांस सर्च की मदद से हमें एएनआई हिंदी के आधिकारिक एक्स पर ‘हिंदी खबर’ द्वारा जारी किया गया यह मूल वीडियो भी मिला। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एएनआई का लोगो कई बार योगी के चेहरे को ढक दे रहा है, जिससे स्पष्ट है कि इसके लोगो को ब्लर किया जाए तो उनका चेहरा भी ब्लर हो जाता है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।
पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर भी 13 मई का अपलोड किया हुआ इस पूजा-अर्चना का लाइव वीडियो मौजूद है। इसमें मुख्यमंत्री योगी प्रधानमंत्री के साथ पूजा करते देखे जा सकते हैं।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने ‘हिंदी खबर’ के डायरेक्टर अतुल अग्रवाल से संपर्क किया। उन्होंने बूम को बताया, “वायरल दावा गलत है। हमारे पत्रकार ने एएनआई के लोगो को ब्लर किया था, वीडियो के जिस हिस्से में योगी जी का चेहरा लोगो से ढका हुआ था। इस प्रक्रिया में वह भी ब्लर हो गया।
बूम को यह पूरा वीडियो ‘हिंदी खबर’ के खंडन वाले पोस्ट के अलावा उनके किसी प्लेटफॉर्म पर नहीं मिला। इस पर अतुल अग्रवाल ने बताया, “जब विवाद हुआ तो मेरे बिना संज्ञान में आए आनन-फानन में टीम ने सभी प्लेटफॉर्म्स से इसे डिलीट कर दिया. मुझतक जब बात आई तो मैंने इसका खंडन करते हुए इसका मूल वीडियो और बाकी के विजुअल्स पोस्ट करवाए।
(Disclaimer –This story was originally published by hindi.boomlive.in Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by IBC24.in staff)
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