Fact Checker विश्वास न्यूज: सोशल मीडिया पर इन दिनों ओवैसी का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। बता दें कि हैदराबाद के सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एक फोटो शेयर करते हुए दावा किया कि वह अपने चुनाव अभियान के लिए एक मंदिर में गए थे।
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वहीं इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ओवैसी के गले में एक माला नजर आ रही है और एक व्यक्ति को उन्हें मफलर पहनाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी रैली के दौरान मंदिर का दौरा किया है और यह वीडियो उसी मौके का है। जबकि फैक्ट चेक में यह दावा भ्रामक पाया गया।
IBC24 ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब इलेक्शन कैंपेन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे थे। वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
विश्वास न्यूज: फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”ओवैसी मियां के चेहरे पर हार का डर साफ दिखाई दे रहा है वरना आप खुद सोचिए जो मुसलमानों का नेता है, वह हिंदू पुजारी के हाथों से भगवा कैसे पहन सकता है..? मेरी शेरनीं “माधवी लता” बहन ने ऐसा डर का मोहौल बनाया की ओवैसी को माथा टेकने मंदिर जाना ही पड़ा।”
पड़ताल
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल लेंस के जरिये वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें सर्च करना शुरू किया। सर्च में हमें यह वीडियो एक इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद लोकसभा उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी का मलकपेट विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान कुछ हिंदू पुजारियों ने स्वागत किया।’
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वायरल वीडियो में गए दावे से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि मंदिर दौरे से जुड़ा वायरल दावा फर्जी है। भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 5 हजार लोग फॉलो करते हैं और यूजर की तरफ से पार्टी विशेष के समर्थन में पोस्ट शेयर की जाती है।
दावे का सच
वायरल वीडियो में गए दावे से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि मंदिर दौरे से जुड़ा वायरल दावा फर्जी है। भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 5 हजार लोग फॉलो करते हैं और यूजर की तरफ से पार्टी विशेष के समर्थन में पोस्ट शेयर की जाती है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब इलेक्शन कैंपेन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे थे। वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
(Disclaimer –This story was originally published by vishvasnews.com Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by IBC24.in staff)
- Claim Review: 'सांसद असदुद्दीन ओवैसी के मंदिर जाने का वायरल वीडियो' फैक्ट चेक में यह दावा भ्रामक पाया गया।
- Claimed By: social media
- Fact Check: भ्रामक
भ्रामक
Fact Check By
Laxmi Vishwakarma
Fact Recheck By
Anil Kumar Shukla