नई दिल्ली : World Ocean Day : पर्यावरण संतुलन के लिए महासागर और समुद्रों को स्वच्छ रखना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि पृथ्वी का करीब दो-तिहाई हिस्सा महासागरों से घिरा हुआ है। महासागर के प्रदूषित होने से जलीय जीवन खतरे में है। ऐसे में इसका संरक्षण बहुत जरूरी हो जाता है। इसी कारण हर साल 8 जून को विश्व महासागर दिवस यानी कि वर्ल्ड ओशन डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को महासागरों के संरक्षण और उनकी भूमिका के बारे में जागरूक किया जा सके।
World Ocean Day : साल 1992 में कनाडा के इंटरनेशनल सेंटर फॉर ओशन डेवलपमेंट और ओशन इंस्टीट्यूट ऑफ कनाडा ने पृथ्वी शिखर सम्मेलन में रियो डी जेनेरियो में हुए पृथ्वी ग्रह फोरम में हर साल विश्व महासागर दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा। जिसका मकसद लोगों को महासागरों का महत्व, महासागरों के लिए नागरिकों का एक आंदोलन विकसित करना था। साल 2008 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे आधिकारिक तौर पर मान्यता दी। जिसके बाद हर साल 8 जून को ओशन प्रोजेक्ट और वर्ल्ड ओशन नेटवर्क के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय महासागर दिवस मनाया जाने लगा।
World Ocean Day : महासागरों से हमें खाने से लेकर दवाएं तक मिलती है और यह जीव मंडल का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, इसलिए महासागरों का संरक्षण बहुत ज्यादा जरूरी है। जैव विविधता, खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, सामुद्रिक संसाधनों के कारण महासागरों को बहुत नुकसान हो रहा है, जबकि समुद्र पृथ्वी का एक अहम हिस्सा है, लेकिन हम इसके संरक्षण पर कोई ध्यान नहीं देते और इसे दूषित करते हैं। ऐसे में महासागरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल विश्व महासागर दिवस मनाया जाता है।
World Ocean Day : इस साल विश्व महासागर दिवस की थीम Planet Ocean tides are challenging (ग्रह महासागर ज्वार चुनौतीपूर्ण हैं) रखी गई है, ताकि महासागरों को प्राथमिकता दी जाए, क्योंकि विकास के लिए समुद्र या महासागर जरूरी हैं। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल ने कहा कि जैसे हम महामारी को समाप्त करने और बेहतर निर्माण के लिए काम करते जा रहे हैं। वैसे ही हमारे पास समुद्र प्राकृतिक दुनिया के साथ आगे की जनरेशन की जिम्मेदारी भी हैं।