नई दिल्ली । आज के दिन पूरे विश्व में बडे़ धूमधाम अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है। महान नृतक जीन जार्ज नावेरे के जन्मदिन पर पूरे दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस सेलिब्रेट किया जाता है। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रामा ने साल 1982 में इंटरनेशनल डांस डे मनाने का फैसला किया। यह यूनेस्को के कला प्रदर्शन में मददगार था। नृत्य ना सिर्फ कला है बल्कि इसके ढेर सारे फायदे है। भारतीय संस्कृति में नृत्य कला का अपना एक अलग स्थान है।
यह भी पढ़े : LSG vs PBKS IPL 2023: लखनऊ-पंजाब के मैच में हुई रनों की बारिश, बने 450 से ज्यादा रन, टूटे कई रिकॉर्ड
अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के उद्देश्य
आम जन को नृत्य के प्रति जागरूक करना,
डांस के महत्व को बताना,
नृत्य को विश्व स्तर पर फैलाना,
दुनिया भर में नृत्य के सभी स्वरूपों के बारे में अवगत कराना,
लोगों को नृत्य के सभी रूपों के मूल्यों से अवगत कराना,
विभिन्न नृत्य कलाओं को बढ़ावा देने और,
दूसरों के साथ नृत्य का आनंद साझा करने के लिए।
यह भी पढ़े : शनि के गोचर से बदलेगी इन राशि वालों की किस्मत, अगले 25 महीनों तक होगी पैसों की बारिश, बनेगा हर बिगड़ा काम
अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस को पूरे विश्व में मनाने का उद्देश्य जनसाधारण के बीच नृत्य की महत्ता का अलख जगाना था। साथ ही लोगों का ध्यान विश्वस्तर पर इस ओर आकर्षित करना था। जिससे लोगों में नृत्य के प्रति जागरूकता फैले। साथ ही सरकार द्वारा पूरे विश्व में नृत्य को शिक्षा की सभी प्रणालियों में एक उचित जगह उपलब्ध कराना था। सन 2005 में नृत्य दिवस को प्राथमिक शिक्षा के रूप में केंद्रित किया गया। विद्यालयों में बच्चों द्वारा नृत्य पर कई निबंध व चित्र भी बनाए गए। 2007 में नृत्य को बच्चों को समर्पित किया गया।
यह भी पढ़े : नहीं थम रहा रूस और यूक्रेन का जंग, यूक्रेन में मिसाइल और ड्रोन हमले में 22 लोगों की मौत…