Maha Navami pujan vidhi: नवरात्रि में नवमी तिथि के दिन पूजन किया जाता है। नवरात्रि के नौवें दिन सिद्धिदात्री माता का पूजन किया जाता है। इस बार महानवमी पर दो शुभ योग बन रहे हैं। इसबार नवमी पर श्रवण नक्षत्र का संयोग बना हुआ है। साथ ही गजकेसरी योग का निर्माण भी हो रहा है। वैसे आज महानवमी पर मां शक्ति की आराधना का महापर्व नवरात्रि माता के नौवें स्वरूप की पूजा- आराधना के साथ संपन्न हो जाएगा। नवरात्रि के नौवें दिन देवी दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की उपासना और आराधना विधि-विधान के साथ की जाती है। नवरात्रि पर्व की अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है।
नवरात्रि की इन दोनों ही तिथियों पर कन्या पूजन किया जाता है। कुछ लोग अष्टमी तिथि पर तो कुछ लोग नवमी तिथि पर कन्या पूजन के साथ मां की आराधना करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि की नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की विधिवत पूजा करने से धन, बल, यश के साथ सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए जानते हैं नवरात्रि नवमी तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि और मंत्र और आरती।
Maha Navami pujan vidhi: 23 अक्टूबर को उदया तिथि में नवमी तिथि होने से महानवमी का कन्या पूजन सोमवार 23 अक्टूबर को होगा। 23 अक्टूबर के दिन शाम में 5 बजकर 45 मिनट तक नवमी तिथि रहेगी। 23 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 26 मिनट से लेकर 7 बजकर 51 मिनट तक अमृत योग में कन्या पूजन करना शुभ रहेगा। इसके बाद सुबह 9 बजकर 16 मिनट से लेकर 10 बजकर 40 मिनट तक शुभ योग में आप कन्या पूजन कर सकते हैं।