Durgashtami and Mahanavami : 15 अक्टूबर 2023, रविवार से शारदीय नवरात्र प्रारंभ होने जा रहे हैं। देवी भक्तों को नवरात्रि का बेसब्री के साथ इंतजार रहता है। देशभर में पूरे नौ दिनों तक नवरात्रि की धूम रहती है। घरों से लेकर देवी मंदिरों तक में माता रानी के जयकारों की गूंज सुनाई देती है। मां शेरावली को प्रसन्न करने के लिए भक्तगण पूरे नौ दिनों तक मां की भक्ति में लीन रहते हैं। इस बार नवरात्रि का समापन 24 अक्टूबर को होगा। नवरात्रि की पूजा में अष्टमी और नवमी का दिन विशेष महत्व रखता है। इसी दिन से कन्या भोजन भी शुरू होता है। वहीं बहुत से लोग अष्टमी का व्रत भी रखते हैं, जिसका पारण नवमी को किया जाता है।
इस बार शारदीय नवरात्रि की अष्टमी की पूजा 22 अक्टूबर 2023 को की जाएगी। महा अष्टमी नवरात्रि के आठवें दिन आता है। इस दिन महागौरी की पूजा-अर्चना का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, अष्टमी के दिन माता गौरी की उपासना करने से निसंतान दंपतियों को गुणवान और स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है। जिन महिलाओं को गोद सुनी है वो महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन जरूर करें।
अश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि आरंभ- 21 अक्टूबर 2023 को रात 9 बजकर 53 मिनट से
अश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि समाप्त- 22 अक्टूबर 2023 को रात 7 बजकर 58 तक
नवरात्रि 2023 महा अष्टमी तिथि- 22 अक्टूबर 2023
Durgashtami and Mahanavami : नवरात्रि में कन्याओं को भोजन कराना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। दरअसल, छोटी-छोटी बच्चियों को देवी मां का रूप माना जाता है, इसलिए नवरात्र में कन्या पूजा जरूर करना चाहिए। नवरात्रि के अष्टमी और नवमी दोनों दिन कन्या पूजा किया जा सकता है। कन्या पूजन के लिए 10 साल तक की बच्चियों को आमंत्रित करना चाहिए। कन्या पूजा से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती हैं।