देशभक्ति और श्रद्धा की हृदयस्पर्शी अभिव्यक्ति में, छंद किसी राष्ट्र के गौरव और उसके स्वतंत्रता दिवस के महत्व की एक ज्वलंत तस्वीर पेश करते हैं। वाक्पटुता और प्रेरणा के साथ, लेखक ऐसे कार्यों का आह्वान करता है जो दुनिया को देश की भव्यता का गवाह बनाएगा, जिससे वैश्विक मंच पर मौजूद लोग भी उसे सम्मान देने के लिए प्रेरित होंगे। जैसे ही 15 अगस्त का दिन आता है, यह आजादी के जश्न के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देने का समय है।
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा
चमक रहा आसमान में देश का सितारा
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ
बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
मज़हब कुछ हो हिंदी हैं हम सारे भाई भाई हैं,
हिन्दू हैं या मुस्लिम हैं या सिख हैं या ईसाई हैं।
प्रेम ने सब को एक किया है प्रेम के हम शैदाई हैं,
भारत नाम के आशिक़ हैं हम भारत के शौदाई हैं।
भारत प्यारा देश हमारा सब देशों से न्यारा है।
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूं,
यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफन मेरा, बस यही अरमान रखता हूं।
“भय नहीं रखना किसी का भी मन में, आप उन वीरों के वंशज हैं
जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना, आज़ादी का नारा बुलंद किया।”
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता
तिरंगा सिर्फ आन या शान नहीं है हम भारतीयों की जान है।
स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थ जानना है तो पिंजड़े में बंद पंछियों से पूछो।
ना पूछो ज़माने को की क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो बस यही है हम हिंदुस्तानी हैं।
ना पूछो जमाने को,
क्या हमारी कहानी हैं
हमारी पहचान तो सिर्फ ये हैं
की हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान है!
“गुलामी के अँधेरे में जलती हुई आज़ादी की अखंड ज्योति हो तुम
जिस की ज्वाला में आज भी बलिदानियों का संघर्ष शामिल है।”
अंत में, इस रचना में साझा किए गए छंद और भावनाएं स्वतंत्रता दिवस के सार और हमारे देश के इतिहास, बलिदान और स्वतंत्रता के प्रति हमारी श्रद्धा को खूबसूरती से व्यक्त करती हैं। ये शब्द हमें याद दिलाते हैं कि सच्ची स्वतंत्रता एक गहन अवधारणा है जो राजनीतिक सीमाओं से परे है, जिसमें सम्मान, साहस और बलिदान के मूल्य शामिल हैं। जैसा कि हम 15 अगस्त का जश्न मनाते हैं, आइए हम न केवल उस स्वतंत्रता का आनंद लें जिसका हम आज आनंद ले रहे हैं, बल्कि उन अनगिनत व्यक्तियों को भी याद करें जिन्होंने इस स्वतंत्रता के सार के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उनका बलिदान, उनकी अटूट भावना और उनका समर्पण हमें अपने राष्ट्र के आदर्शों को बनाए रखने और इसके विकास और समृद्धि में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करता रहता है।