ग्वालियर। #IBC24Jansamvad : मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में आईबीसी 24 का खास कार्यक्रम #IBC24Jansamvad कार्यक्रम जारी है। इस कार्यक्रम में भाजपा-कांग्रेस सहित कई पार्टियों के अलग-अलग नेता शिरकत कर रहे हैं। #IBC24Jansamvad कार्यक्रम के जरिए हम मध्यप्रदेश के नेताओं से जनता से जुड़े सवाल पूछ रहे हैं। हमारे कार्यक्रम के पहले सेशन में युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मितेश दर्शन सिंह, भाजपा नेता तुष्मुल झा, देवेंद्र तोमर और आम आदमी पार्टी महिला विंग के प्रदेश अध्यक्ष मनीक्षा सिंह तोमर शामिल हुई।
#IBC24Jansamvad : इस दौरान हमारे चैनल के एंकर राहुल सौमित्र और आकांक्षा पांडेय ने चारों से विभिन्न मुद्दों पर सवाल कर रहे हैं। इस दौरान भाजपा प्रवक्ता तुष्मुल झा ने लोकतंत्र की बात करते हुए कहा की किसी सांसद की सदस्यता ख़त्म करने से लोकतंत्र खतरे में नहीं आता है।
#IBC24Jansamvad in Gwalior: #IBC24 के इस विशेष कार्यक्रम #IBC24Jansamvad बीजेपी नेता तुष्मुल झा शामिल हुए। इस दौरान IBC24 के Managing Editor परिवेश वात्स्यायन ने उनका स्वागत किया। स्वागत के बाद IBC24 के मैनेजिंग एडिटर परिवेश वात्स्यायन ने मितेंद्र दर्शन सिंह से तीखे सवाल किए जिसका उन्होंने बड़ी सहजता से जवाब दिया।
सवाल – हमेशा से ही बीजेपी पर आरोप लगते आए हैं, जहां पर बेजेपी काम नहीं कर पा रही है वहां ईडी भेज देती है या फिर राहुल गांधी ईडी हटाने की बात कहते थे तो उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई।
जवाब – लोकतंत्र भारत में इतना मजबूत है कि वो खतरे में नहीं आ सकता है। वो 1975 की इमरजेंसी से निकलकर आ गया। वो किसी एक सांसद की सदस्यता समाप्त करने पर खतरे में नहीं आएगा। वो खतरे में तब आ सकता है जब देश के बड़े विपक्षी दल का नेता कोलंबिया यूनिर्वसिटी में जाकर ये कहते हैं कि भारत की लोकतंत्र खतरे में है। भारत की बदनामी जब आप वहां जाकर करते है, तब भारत की लोकतंत्र खतरे में आता है। 350 से ज्यादा सीट जीतकर 22 राज्यों में सरकार चलाकर, दुनिया के सबसे ताकतवर नेता बनकर अगर आप देश के लोकतंत्र के बारे में कहते हैं ऐसी बात तो राजनीति में मुद्दों की कमी है और आपको नए मुद्दे ढूंढकर भाजपा को घेरने का प्रयास करना चाहिए।
सवाल – मुद्दों के हिसाब से राजनीति कर रही है बीजेपी?
जवाब – आडानी जी भारत के एक बहुत बड़े एंटेलिजेंट है। उनके बारे में तृष्मुल झा ने कहा कि तब न मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, न भारत के प्रधानमंत्री थे। 1984 में अडानी जी करोड़ पति बन चुके थे और उस समय भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। पीवीसी एक प्लास्टिक बनाने में काम आता है। इसके सबसे इंपोटर जो थे वो अडाणी जी थे और उसको जो अनुमति दी थी वो गुजरात के कांग्रेसी की सरकार थी , भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। 1994 में गौतम अडाणी जी भारत के सबसे कोल ट्रांस्पोटर बन गए थे। उस समय भी बीजेपी नहीं थी। न गुजरात में थी न भारत में थी। 2014 के बाद भारत में किसी एक व्यकि भारत में नहीं बने है। गौतम अडाणी जी शुरूआत से ही बिजनेसमेन रहे हैं।
सवाल– सबसे बड़ी झूटी पार्टी है ही? सिर्फ नेता कहते है युवाओं को मौका मिलेगा, मौका मिल नहीं रहा है
जवाब- लोकतंत्र में सबसे बड़ा पैमाना होता है। जनता, जनादन और चुनाव वाले दिन वोटिंग करना। अगर हम इतनी ही झूटी पार्टी है, तो 2014 में चुनाव क्यों जीते। अगर हम इतनी ही झूटी पार्टी है, तो 2019 में उससे बड़ी जीत हम क्यों जीते? अगर हम इतनी ही झूटी पार्टी है, तो हमारे मुख्यमंत्री देश के सबसे सबसेद मुख्यमंत्री क्यों कहा जाता है, उन्हें मामा क्यों कहा जाता है, उन्हें बहनों का भाई क्यों कहा जाता हैं? जनता उन्हें इतना प्रेम क्यों कर रही है। आरोप अच्छे लगाइए। हम भी उत्तर देने में आनंद लेंगे।
सवाल- बीजेपी में आइए गंगोत्री में डूबकी लगाइए पवित्र हो गए आप
जवाब- शास्त्रों में कहा गया है कि गंगा में जाकर पाप धूल जाते हैं इसमें गलत क्या हैं। मेरे बड़े बुजुर्ग ने सिखाया है कि गंगा में जाकर डूबकी लगाइए पाप धूल जाएंगे।
सवाल— मध्यप्रदेश में निकले एक लाख फॉर्म, 30 दिन बाद इंटरव्यू देने के बाद कोई जॉब नहीं?
जवाब- 18 सालों में हमने कुछ नहीं किया। 2003 में जब दिगविजय सिंह ने सत्ता मुख्यमंत्री को दी। उस समय मप्र में 4 मेडिकल कॉलेज हुआ करती थी और 14 हो गए है। अगले कुछ सालों में 22 हो जाएगी। मप्र एमबीबीएस की जो सीटे थी, वो 2480 से अब 3282 हो जाएंगी। जो एमबीबीएस की पढाई करेंगे, ये डॉक्टर नहीं बनेंगे क्या? नर्सिंग की सीट मुख्यमंत्री जी ने 300 से 8500 कर दी ये बच्चे पढ़कर नर्स नहीं बनेंगे?
सवाल- ग्वालियर चंबल में जो रोजगार की स्थिति है यहां युवाएं पलायन करके बड़े शहरों में जा रहे?
जवाब— आगरा की एमजी एग्रों 200 करोड़ रुपए इन्वेस्ट कर रही है। जो मक्के से प्रोटीन बना रही है। नोएडा की कंपनी है राइस मिल जो यहां पर प्लांट कर रही है। एटलिस्ट बहुत बड़ी कंपनी थी यहां पर जो अब बंद हो गई। अब वो क्या सरकार के कारण बंद हो गई। मालिकों में आपस में विवाद हुआ। कंपनी वो नहीं चला पाए, तो उसका भाजपा सरकार क्या करेंगी। सरकार ने अभी भी 150 कंपनी से साइन की है।